उत्तराखण्ड
10 वर्षीय अमित और ज्योति मेर हत्याकांड पर, पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल,,,, SSP को हटाने की मांग
हल्द्वानी शहर में चर्चित 10 वर्षीय बालक और योगा टीचर ज्योति मेर मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। जहां बच्चे के परिजनों पर लाठीचार्ज से लोगों में आक्रोश है, वहीं अब जिले के कप्तान को हटाने की मांग भी जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के मछुआरा प्रकोष्ठ और पहाड़ी आर्मी दोनों ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा मछुआरा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इसमें लाठीचार्ज में शामिल पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई। भाजपा नेताओं का कहना है कि पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा ठीक से नहीं किया और परिजन आज भी न्याय के लिए आंदोलनरत हैं। वहीं 15 दिन पहले हुई योगा टीचर की संदिग्ध मौत के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर पहाड़ी आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार के साथ एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस पर न्याय मांगने वालों को धमकाने, सड़क पर घसीटने और लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में एसएसपी नैनीताल को हटाने और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि चाहे ज्योति मेर हत्याकांड हो या 10 वर्षीय बालक का मामला, पुलिस ने पीड़ितों को न्याय देने के बजाय उन पर लाठियां बरसाईं हैं। अब जनता दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहती है।











