उत्तर प्रदेश
घाघरा नदी में नाव पलटने से लापता हुए 17 लोगों में 9 सुरक्षित निकाले गए अभी भी 8 लोग लापता।
नाव पर सात पुरुष, सात महिलाएं और तीन बच्चे थे सवार
विकासखंड रमियाबेहड़ की ग्राम सभा परौरी के मजरा तलिया घाट देवमनिया की घटना
गुड्डू वारसी (प्रभारी उत्तरप्रदेश)
पिछले तीन दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश से जहां जनजीवन प्रभावित हुआ है तो वही उत्तराखंड के बनबसा बैराज से छोड़ा गया पांच लाख क्यूसेक पानी से जिले की शारदा और घाघरा आदि दोनों नदियां खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। जिसके चलते पलिया, तिकोनिया, निघासन, ईसानगर और फूलबेहड़ आदि क्षेत्रों में दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। तराई इलाके के ग्रामीणों में बाढ़ के पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।
विकासखंड रमिया बेहड़ के ग्राम सभा परौरी के मजरा तलिया घाट देव मनिया में बुधवार दोपहर अपने खेतों से नाव की सहायता से घर जा रहे 17 ग्रामीण नदी के तेज बहाव में लापता हो गए थे। जिसमें से अभी तक विभिन्न जगहों पर 9 लोग सुरक्षित निकाले जा चुके हैं जबकि 8 लोग अभी भी लापता है। बचाव कार्य अभी भी जालिम नगर पुल पर जारी है। किसी तरह नदी से सुरक्षित निकाले गए ग्रामीणों के मुताबिक वह लोग नदी के उस पार रेतिया नामक स्थान पर अपनी झोपड़ी डालकर खेती-बाड़ी करते हैं।
बुधवार सुबह घाघरा नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण उनकी झोपड़ियां पानी से घिर गई जिससे वह सभी ग्रामीण परिवार सहित नाव की सहायता से अपने गांव की तरफ पलायन कर दिया था। लेकिन बीच नदी में पहुंचते ही तेज बहाव के कारण नाव असंतुलित होकर पलट गई और सभी ग्रामीण पानी के तेज बहाव में लापता हो गए। नाव सवार ग्रामीणों में ग्राम परौरी निवासी 62 वर्षीय कल्लू भार्गव के अलावा देवमनिया निवासी प्रभु निषाद 60 वर्ष, विक्रम 20, मनोज 27, श्रीकेशन 30, भीम 40, रमेश 40, राधिका 50, बतासी 32, रोशनी 28, रूपा देवी 40, तिलवा देवी 55, जामुनी 25, नीता 18, निकेश 4, कुलदीप 3, तथा नंदनी 5 वर्ष के बच्चे आदि शामिल थे। जिसमें से श्री केशन व भीम को रानी पुरवा के सामने से निकाला गया, कल्लू और मनोज को जालिम नगर पुल से निकाला गया जबकि विक्रम को बिजहां भटपुरवा के सामने सुरक्षित निकाल लिया गया था जबकि चार लोगों को अभी कटैला पुरवा के पास सुरक्षित निकालने की सूचना प्रशासन के द्वारा दी गई है। इस प्रकार से नदी में लापता हुए 17 लोगों में 9 लोग सुरक्षित निकाले जा चुके हैं जबकि 8 लोग अभी भी नदी में लापता बताए जा रहे हैं। उधर ईसानगर के मिर्जापुर गांव से बुधवार सुबह घाघरा नदी में लकड़ी निकालने गए 10 ग्रामीण तेज बहाव में नाव पलटने से लापता हो गए थे। जिनकी तलाश में गोताखोरों समेत छह अन्य ग्रामीण भी नदी में कूदे गए थे। जिसमें से एक ग्रामीण की डूबने से मौत हो गई। जबकि प्रशासन के द्वारा भेजे गए हेलीकॉप्टर की सहायता से एक टापू पर मौजूद सभी 15 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।