उत्तर प्रदेश
प्रयागराज में संगम की रेती पर महाकुंभ-2025 के लिए 78 सौ करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित।
शनि कुमार केशरवानी
संवाददाता
प्रयागराज
प्रयागराज संगम की रेती पर विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में महाकुंभ-2025 को बसाने का खाका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट के पांच वरिष्ठ मंत्रियों और आला अफसरों की मौजूदी में खींचा। महाकुंभ 7,800 करोड़ रुपये की लागत से बसाया जाएगा। पिछले कुंभ की तुलना में इस महाकुंभ का डेढ़ गुना अधिक विस्तार किया जाएगा। ताकि, विश्व समुदाय को भारतीय संस्कृति की गौरव गाथा से परिचित कराया जा सके।
गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर स्थित प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आईट्रिपलसी सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम चार बजे महाकुंभ-2025 की तैयारियों की समीक्षा आरंभ की। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की ओर से प्रस्तावित की गई 870 परियोजनाओं को सीएम के समक्ष बजट प्रावधानों के लिए प्रस्तुत किया। कुल 7,800 करोड़ रुपये से महाकुंभ बसाने का बजट प्रावधान किया गया। जिसे, मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति दे दी।
सीएम का कहना था कि कुंभ-2019 में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। इस महाकुंभ में 40 करोड़ संतों, भक्तों, अतिथियों के आगमन को केंद्र में रखकर योजनाएं तैयार की जाएं। दिव्य- भव्य, स्वच्छ, यूनिक, अविस्मरणीय और ग्रीन महाकुंभ की परिकल्पना को साकार करने के लिए कहा। खास तौर से भीड़ प्रबंधन के लिए पार्किंग व्यवस्था पर जोर दिया गया। पार्किंग के लिए 2500 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।