उत्तराखण्ड
खुद अपना मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर पहुंचा पुलिस के पास,,,,,,, बनभूलपुरा निवासी व्यक्ति ।
हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जनपद नैनीताल में एसएसपी के निर्देशन में चलाए जा रहे बृहद सत्यापन अभियान के तहत एक बनभूलपुरा में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। यहां कब्रिस्तान कमेटी के कुछ पदाधिकारियों द्वारा जेल में सजा काट रहे जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराए जाने का मामला सामने आया है। यह मामला तब सामने आया जब बनभूलपुरा निवासी मोहम्मद अफजाल अली अपनी मृत्यु का फर्जी प्रमाणपत्र लेकर पुलिस के पास पहुंचा। अफजाल 2012 में एक हत्या के मामले में सजा काट रहा है। मामले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील द करने के बाद वह कुछ माह पहले ही जमानत पर बाहर आया है। उसके कहे अनुसार उसके जेल से बाहर आने से पूर्व कब्रिस्तान कमेटी के सदस्य इकबाल अंसारी और उसके पुत्र तनवीर उसकी मां से मिले और उन्हें समझाया कि हम तुम्हारे बेटे अफजाल का फर्जी प्रमाणपत्र बना देते हैं इससे तुम्हारा बेटा दोबारा जेल जाने से बच जाएगा। उन्होंने इस काम के लिए मां से पैसे लेकर जिंदा अफजाल को मृत दिखा कब्रिस्तान में दफनाने का दस्तावेज जारी किया, फिर उसके आधार पर नगर निगम से मृत्यु प्रमाण पत्र भी बना लिया। लेकिन अफजाल ने उनकी पोल खोल दी। पुलिस के मुताबिक उसे डर था कि कब्रिस्तान कमेटी के विवाद के बाद सादिक और इक़बाल के पकड़े जाने पर वह उल्टा फंस जाएगा। इसलिए वह अपनी मृत्यु का फर्जी प्रमाण पत्र लेकर थाने पहुंच गया। शिकायत के बाद बनभूलपुरा पुलिस द्वारा की गई जांच में यह साफ हुआ कि कब्रिस्तान कमेटी के कुछ पदाधिकारी बड़ी रकम लेकर जिंदा लोगों और अन्य राज्यों में मृत लोगों के नाम पर नगर निगम से फर्जी प्रमाण पत्र जारी करवा रहे थे।
इस गंभीर प्रकरण में कब्रिस्तान कमेटी से जुड़े इकबाल अंसारी, उनके पुत्र तनवीर अहमद समेत अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है। नगर निगम के रजिस्ट्रार जन्म एवं मृत्यु डॉ. मनोज कांडपाल द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया गया। वहीं पुलिस ने संकेत दिए हैं कि सत्यापन अभियान के तहत इस प्रकार के और भी फर्जीवाड़ों की जांच जारी है और जल्द ही अन्य मामलों में भी कठोर कार्रवाई होगी। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को इस तरह के फर्जी दस्तावेजों या गतिविधियों की जानकारी हो तो वह तत्काल पुलिस को सूचित करें। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह के अपराधों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करी जाएगी।











