उत्तराखण्ड
पूर्व विधायक माहरा के नेतृत्व में हुआ रानीखेत डिपो के विलय का विरोध।
रानीखेत।पर्यटन नगरी रानीखेत अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ यहाँ की विरासत के लिए विख्यात रही है। रानीखेत परिवहन निगम के रानीखेत डिपो का विलय किये जाने पर स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है आज व्यापार मंडल रानीखेत व पूर्व विधायक करन माहरा के नेतृत्व में लोगों ने रानीखेत डिपो के विलय का विरोध व धरना प्रदर्शन हुआ। पर्यटन नगरी में 1960 से रानीखेत डिपोअपनी सेवाऐं देते आ रहा है। रानीखेत संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय परिसर में रानीखेत डिपो के विलय किये जाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ।पूर्व विधायक करन माहरा ने कहा कि रानीखेत नगर जो कि ब्रिटिश काल से ही पर्यटन, स्वास्थ, शिक्षा, सेना, कृषि एवं उद्यान के क्षेत्र में हमेशा ही पूरे पर्वतीय क्षेत्रों का नेतृत्व करते रहा है। लेकिन पिछले लम्बे समय से सरकारों की बदनियती का शिकार बनते रहा है।जिसमें कईं सरकारी संस्थानों का अन्यत्र स्थानान्तरण कर रानीखेत के साथ हमेशा ही खिलवाड़़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रानीखेत का डीपो अपनी स्वयं की भूमि से संचालित है व पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में ताड़ीखेत में कार्यशाला के लिए जमीन आवंटित कर उसके भवन हेतु टोकन मनी भी दी गई थी। जबकि जिन डीपो में रानीखेत का डीपो विलय किया जा रहा है उनके पास उपनी स्वयं की भूमि या कार्यशालाएं उपलब्ध नहीं हैं। वक्ताओं ने कहा कि रानीखेत परिवहन निगम का डीपो का विलय किया जा रहा है जो कि रानीखेत के साथ अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार है। डीपो हटने से यात्रियों व सेना भर्ती में रानीखेत में आवागमन में वृहद समस्या की संभावना रहेगी। कार्यक्रम का नेतृत्व पूर्व विधायक करन माहरा के नेतृत्व में हुआ। कार्यक्रम में ताड़ीखेत के ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत जी, पूर्व प्रमुख रचना रावत, जिलाध्यक्ष महेश आर्या, ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल देव, पी०सी०सी० सदस्य कैलाश पांडेय, नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट , कार्यकारी अध्यक्ष पंकज जोशी, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमित पांडेय, व्यापार मंडल महासचिव संदीप गोयल, उपाध्यक्ष दीपक पंत , चिलियानौला व्यापार मंडल अध्यक्ष कमलेश बोरा , उपसचिव विनीत चौरसिया अनेक महिलाऐं युवा आदि उपस्थित रहे।