उत्तराखण्ड
होलाष्टक में होंगे सभी शुभ मांगलिक कार्य वर्जित।
वसंत ऋतु के आगमन का सांकेतिक (प्रतीक)पर्व होली पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
दिनांक 17 मार्च 2024 से होलाष्टक प्रारंभ हो रहे हैं। फाल्गुन शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि से होलिका दहन तक के समय को होलाष्टक कहा जाता है। होलाष्टक में सभी शुभ मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे। होलाष्टक के अंतर्गत मंत्र, जप, ध्यान, पूजा पाठ व तांत्रिक क्रियावों इत्यादि से का विशेष फल प्राप्त होता है।
17 मार्च 2024 दिन रविवार को दुर्गा अष्टमी होलाष्टक प्रारंभ।
20 मार्च 2024 चीर बंधन रंग धारण अपराह्न 1:19 से पूर्व, आंमलकी एकादशी उपवास
फाल्गुन पूर्णिमा उपवास 24 मार्च 2024
होलिका दहन 24 मार्च 2024 रात्रि 11:13 के उपरांत।
25 मार्च 2024 स्नान दानार्थ पूर्णिमा तथा होली पर्व काशी में।
26 मार्च 2024 होली पर्व संपूर्ण भारत में।
(होली (छलड़ी) धुलैण्डी निर्णय– दिनांक 25 मार्च को उदयव्यापिनी प्रतिपदा ना होने से तथा 26 मार्च को उदयव्यापिनी प्रतिपदा होने के कारण होली पर्व 26 मार्च को मानना शास्त्र सम्मत है।
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