उत्तराखण्ड
ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री धामी के कड़े तेवर, बिजली संकट को लेकर जताई नाराजगी
विस्तार... देहरादून: ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अधिकारियों के प्रति कड़े तेवर दिखे। उन्होंने अस्थाई व्यवस्था और बिजली संकट पर विभाग के बैकअप प्लान को लेकर नाराजगी जताई। अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर समाधान के निर्देश दिए। वहीं इस संबंध में मुख्य सचिव ने भी दिए कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश में बिजली किल्लत के बीच कटौती का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को गांव-कस्बों में तीन घंटे तक कटौती हुई। हालांकि उद्योगों को कटौती से राहत दी गई, बढ़ती गर्मी के बीच प्रदेश में बिजली किल्लत चरम पर है। यूपीसीएल के एसई कॉमर्शियल गौरव शर्मा ने बताया कि प्रदेश में बिजली की डिमांड 44 मिलियन यूनिट तक चल रही है। इसके सापेक्षक 29 से 30 मिलियन यूनिट बिजली ही उपलब्ध है। बाकी 13 से 15 मिलियन यूनिट रोजाना बाजार से खरीदनी पड़ रही है
शुक्रवार के लिए भी यूपीसीएल ने करीब आठ मिलियन यूनिट बिजली खरीद ली थी। अब बाकी साढ़े पांच मिलियन यूनिट के लिए रियल टाइम मार्केट से कुछ उम्मीद है। अगर बिजली न मिली तो शुक्रवार को भी गांव-कस्बों के साथ ही उद्योगों में भी दो से तीन घंटे की कटौती हो सकती है। इसी बीच सीएम धामी ने ऊर्जा विभाग की बैठक ली और समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया।
रुड़की: देहात में सात और शहर में पांच घंटे की बिजली कटौती ने उपभोक्ताओं की परेशानी को बढ़ा दिया है। हालात यह है कि ऊर्जा निगम हर दिन बिजली कटौती कर रहा है। लेकिन, कटौती का समय निर्धारित नहीं कर रहा है।