उत्तराखण्ड
बाल शल्य विभाग केजीएमयू लखनऊ द्वारा अपना 27वां स्थापना दिवस मनाया गया।
लखनऊ। बाल शल्य विभाग केजीएमयू लखनऊ अपना 27वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिनिधि शामिल हुए। मुंबई के लीलावती अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के डॉ. संतोष करमरकर ने न्यूरल ट्यूब दोषों के लिए समग्र दृ ष्टिकोण शीर्षक से वाखलू टंडन व्याख्यान प्रस्तुत किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान, कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद, प्रति कुलपति डॉ. अपजीत कौर, डीन डॉ. वीरेंद्र आतम और भारतीय बाल चिकित्सा सर्जन संघ के अध्यक्ष डॉ. एस० के० बिस्वास ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। आयोजन सचिव और विभागाध्यक्ष डॉ. जे.डी. रावत ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें कहा गया कि स्पाइना बिफिडा एक गंभीर जन्मजात स्थिति है और किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के बाल शल्य विभाग को ऐसे रोगियों के इलाज का व्यापक अनुभव है।
इस अवसर पर, विभाग ने “मल्टीडिसिप्लिनरी एप्रोच in मैनेजमेंट ऑफ़ स्पीना बिफिड़ा: फ्रॉम डायगनऑसिस टू रहाबिलिटेशन” शीर्षक से एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) सत्र का भी आयोजन किया, जहाँ विशेषज्ञों ने स्पाइना बिफिडा रोग के प्रबंधन पर अपने विचार साझा किए। वक्ताओं में डॉ. स्मृति अग्रवाल, डॉ. सौरम, डॉ. फहीम, डॉ. बृजेश और डॉ. संध्या शामिल थीं। उन्होंने इन रोगियों के निदान और शल्य चिकित्सा प्रबंधन पर चर्चा की।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के कुलपति प्रोफेसर अजय सिंह ने रोगियों में पैरों की समस्याओं पर चर्चा की। अन्य वक्ताओं में डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. तनवीर, डॉ. आशुतोष पांडे, डॉ. बसंत और डॉ. सुनीता शामिल थे। सभी प्रतिनिधियों ने विचार-विमर्श की सराहना की। इस बात पर जोर दिया गया कि इस स्थिति में प्रसूति, रेडियोडायग्नोसिस, प्लास्टिक सर्जरी, बाल चिकित्सा ऑर्थोपेडिक्स और बाल चिकित्सा सर्जरी जैसी कई विशेषज्ञताओं का उचित ध्यान देने की आवश्यकता है। इस बात पर सहमति हुई कि यदि उचित संयुक्त प्रबंधन प्रदान किया जाए तो परिणाम अच्छे हो सकते हैं। इस कार्यक्रम में लगभग 150 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।
समारोह में बाल चिकित्सा शल्य चिकित्सा विभाग के डॉ. अर्चिका गुप्ता, डॉ. आनंद पाण्डेय, डॉ. नितिन पंत, डॉ सुधीर सिंह, डॉ. गुरमीत सिंह, डॉ. पीयूष कुमार और डॉ राहुल कुमार राय के साथ-साथ बाल चिकित्सा शल्य चिकित्सा विभाग के रेजिडेंट और कर्मचारी भी उपस्थित थे। सभी प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम की सराहना की।
कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद, प्रति कुलपति डॉ. अपजीत कौर ने कार्यक्रम की सफलता पर सभी को शुभकामनाएं प्रेषित किया।











