उत्तराखण्ड
वन विभाग की ढिलाई व लापरवाही के कारण हरे-भरे जंगलों में लाखों की संपदा धू धू कर आग के हवाले हो रही है।
श्रीनगर गढ़वाल – वन विभाग की ढिलाई व लापरवाही के कारण हरे भरे जंगलों में वन संप्रदा धू धू कर आग के हवाले हो रही है व्यक्तिगत सूचना देने के बाद भी वन विभाग कुंभकरण की नींद सो रखा है हर साल ऐसे ही आग लगती रहती है जिससे वनों का काफी नुकसान हो रहा है साथ ही पशु पक्षी घोसले अंडे इत्यादि इस आग के हवाले हो रहे हैं।
श्रीनगर रेंज के अंतर्गत ग्राम खोला,ऐठणा,सुमाडी टीवी टावर के हरे भरे जंगलों में बुधवार काे लगभग तीन-बजे बजे के आसपास जंगलों के धधकने का सिलसिला जारी रहा जगह जगह शरारतीतत्व के द्वारा आग लगाई जाती है।
अक्सर मानवीय लापरवाही के चलते वनों में आग लगती है जैसे माचिस की फेंकी गई तीली या सुलगती बीड़ी-सिगरेट की चिंगारी आदि के कारण अनियंत्रित आग लगती है।उत्तराखंड में आग से धड़कते जंगलों को वन विभाग काबू नहीं कर पा रहा है स्थानीय ग्रामीणों को वन विभाग की सहमति से जंगलों में फैली आग पर नियंत्रण करने में सहयोग करना चाहिए।
उत्तराखंड के पहाड़ी जंगलों में आग फैलाव को रोकने के लिए आपको प्रवाहित क्षेत्र से अलग करने हेतु वन विभाग के कर्मचारियों के साथ पूर्ण सहयोग कर क्षेत्रीय जनता को साथ लेकर आग बुझाने को रोकना चाहिए। आग लगने से वन संपदा का काफी नुकसान सरकार को उठाना पड़ता है।
वन विभाग की ढिलाई और लापरवाही के कारण हरे-भरे जंगलों में लाखों की संपदा धू धू कर आग के हवाले हो रही है व्यक्तिगत सूचना देने के बाद भी इनका जू नहीं रिंग रहा है।