धर्म-संस्कृति
07 मार्च 2025 दिन शुक्रवार को दुर्गा अष्टमी होलाष्टक प्रारंभ।
वसंत ऋतु के आगमन का सांकेतिक (प्रतीक)पर्व होली पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
दिनांक 07 मार्च 2025 से होलाष्टक प्रारंभ हो रहे हैं। फाल्गुन शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि से होलिका दहन तक के समय को होलाष्टक कहा जाता है। होलाष्टक में सभी शुभ मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे। होलाष्टक के अंतर्गत मंत्र, जप, ध्यान, पूजा पाठ व तांत्रिक क्रियावों इत्यादि से का विशेष फल प्राप्त होता है।
07 मार्च 2025 दिन शुक्रवार को दुर्गा अष्टमी होलाष्टक प्रारंभ।
रंग धारण चीर बंधन निर्णय– दिनांक 10 मार्च को उदयव्यापिनी एकादशी भद्रायुक्त एवं त्रिमुहूर्त न्यूना होने से चीर बंधन ध्वजारोहण एवं रंग धारण दिनांक 9 मार्च 2025 को प्रातः 7:45 के बाद करना शास्त्र सम्मत है
09 मार्च 2025 चीर बंधन रंग धारण प्रातः 07:45 के बाद।
10 मार्च 2025 आंमलकी एकादशी उपवास सभी का।
फाल्गुन पूर्णिमा उपवास 13 मार्च 2025।
होलिका दहन 13 मार्च 2025 रात्रि 11:27 से रात्रि /प्रातः13/14 मार्च 2025 12:25 तक।
14 मार्च 2025 स्नान दानार्थ पूर्णिमा तथा होली पर्व काशी में, तथा चंद्र ग्रहण भी रहेगा जो कि भारत में अदृश्य है।
15 मार्च 2025 होली पर्व संपूर्ण भारत में।
(होली (छलड़ी) धुलैण्डी निर्णय– दिनांक 15 मार्च को उदयव्यापिनी प्रतिपदा ना होने से तथा 15 मार्च को उदयव्यापिनी प्रतिपदा होने के कारण होली पर्व 15 मार्च को मानना शास्त्र सम्मत है।
ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी
8395806256









