उत्तराखण्ड
रानीखेत के घिंघारीखाल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने की कालका माता न्यावली वाली देवी की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शिरकत पूर्व सैनिक भी हुए सम्मानित।
रानीखेत। रानीखेत के निकट घिंघारीखाल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कालका माता न्यावली वाली देवी की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शिरकत की। मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संबोधन में कहा कि मूर्ति स्थापना से पूरे क्षेत्र को एक नयी पहचान मिलेगी। कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक देश और प्रदेश का गौरव हैं। उत्तराखंड वीरों की भूमि है। कालका माता न्यावली देवी राष्ट्रीय मंदिर समिति के मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में मंदिर समिति और वाल्मीकि समाज की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और विधायक करन माहरा को सम्मानित भी किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित करने के लिए वाल्मीकि समाज और समिति का आभार जताया। उन्होंने कहा कि माता की मूर्ति स्थापित होने से क्षेत्र को नई पहचान मिलेगी। मुख्य यजमान की भूमिका समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील भगत और बबली ने निभाई। विधायक करन माहरा ने वाल्मीकि समाज की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विशिष्ट अतिथि विधायक करन माहरा और ब्लाक प्रमुख हीरा रावत ने भी पूजा अर्चना में भाग लिया। यहां जागेश्वर के विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक मदन बिष्ट, मनोज तिवारी, ललित फर्स्वाण, सल्ट से महिला नेत्री गंगा पंचोली सहित मंदिर समिति व वाल्मीकि समाज के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। यहां सुरेंद्र भगत, चौधरी राकेश राजौरिया, जगदीश, बिल्लू, भगवती रिखाड़ी, राजेंद्र बाराकोटी, पीसीसी सदस्य कैलाश पांडे, अगस्त लाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट, अर्जुन गोडियाल आदि मौजूद रहे। रानीखेत में कलश यात्रा के साथ भव्य शोभायात्रा निकली। तय कार्यक्रम के अनुसार आज मूर्ति की स्थापना घिंघारीखाल स्थित माता के मंदिर में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व विधायक करन माहरा द्वारा की गयी।