उत्तराखण्ड
रानीखेत में रक्षा संपदा उप कार्यालय का हुआ लोकार्पण।
रानीखेत। रानीखेत में रक्षा संपदा उप कार्यालय का समारोहपूर्वक लोकार्पण किया गया। रानीखेत में एनसीसी मैदान के पास मिलिट्री फॉर्म में खोले गए रक्षा संपदा उप कार्यालय का मुख्य अतिथि केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने विधिवत उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि रानीखेत कैंट क्षेत्रवासियों की दो दशक से भी अधिक पुरानी मांग पूरी होने के बाद अब कैंट क्षेत्र के नागरिकों को दाखिल-खारिज सहित भूमि संबंधी मामलों के निस्तारण के लिए बरेली स्थित रक्षा संपदा कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
रक्षा संपदा उप कार्यालय का लाभ जनता को मिलेगा।इस मौके पर रक्षा संपदा महानिदेशक अजय कुमार शर्मा सहित सांसद अजय टम्टा, विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल, महिला आयोग उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा सहित रक्षा संपदा विभाग के कई आला अधिकारी भी मौजूद रहे। रानीखेत के एनसीसी मैदान के पास मिलिट्री फॉर्म में खोले गए रक्षा संपदा उप कार्यालय का केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने फीता काटकर लोकार्पण किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि रानीखेत कैंट में रक्षा संपदा उप कार्यालय बेहद महत्वपूर्ण केंद्र है। रानीखेत नगर के लिए ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। कार्यालय में भूमि संबंधी विभिन्न सुविधाएं मुहैया होने के साथ भविष्य में इसके कई तरह के लाभ जनता को मिलेंगे। केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट ने इसमें भरपूर सहयोग के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया। समारोह की अध्यक्षता कर रहे सांसद अजय टम्टा ने कहा कि उप कार्यालय खुलने से पूरे उत्तराखंड वासियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री भट्ट का आभार भी जताया। विधायक डॉ.प्रमोद नैनवाल ने रक्षा संपदा उप कार्यालय को कैंट क्षेत्रवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम करार देते हुए कहा इससे जनता के कष्ट दूर होंगे। विधायक ने केंद्रीय मंत्री का आभार जताया। केआरसी के कमांडेंट ब्रिगेडियर आईएस साम्याल ने कहा कि नागरिकों की सुविधा और प्रशासनिक सेवा के उद्देश्य खोला गया कार्यालय अपने मकसद में सफलता प्राप्त करेगा। रक्षा संपदा निदेशक डीएन यादव, डीईओ बरेली गौतम सहित रानीखेत कैंट के सीईओ नागेश कुमार पांडेय आदि ने भी विचार रखे। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, भाजपा कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे।