उत्तराखण्ड
उत्तराखंड के ऋषिकेश और देहरादून में बादल फटने से हुई भारी तबाही
देहरादून में बादल फटने से टूटे पुल और रास्ते बंद, बारिश से भारी तबाही, मदद को पुकारते 10 मजदूर नदी में बह गए देहरादून सहस्त्रधारा में बादल फटने से भारी तबाही हुई। 200 से ज्यादा स्टूडेंट्स देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में फंसे थे, जिन्हें एसडीआरएफ ने बचाया। वहीं 1 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहस्त्रधारा और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार को बादल फटने और सोमवार रात भर हुई भारी बारिश से भीषण तबाही मची। इस तबाही का भयावहता दिखता एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें करीब 10 मजदूर बहते दिख रहे हैं। वीडियो देहरादून के प्रेमनगर थाना इलाके का है। वीडियों में साफ दिख रहा है कि कैसे ट्रॉली पर कई मजदूर टोंस नदी के बीच फंसे हुए है। मजदूर किनारे से खड़े लोगों से अपने आप को बचने की गुहार लगा रहे है, लेकिन इसी बीच अचानक से नदी का तेज बहाव ट्रॉली को बहा ले जता है और उसमें सवार सभी दस मजदूर बह जाते है
बताया जा रहा है कि सभी मजदूर टोंस नदी में खनन में लगे हुए थे। बचाव और राहत में लगी टीमों को अब तक 8 मजदूरों केके शच मिल चुके है, जिसमें चार महिला और चार पुरुष है। इसके अलावा भी अलग-अलग क्षेत्रों में शव बरामद हुए है। ये आंकड़ा अभी बढ़ने की आशंका है, क्योंकि कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है। सहस्त्रधारा, मालदेवता, संतला देवी और डालनवाला आपदा से सर्वाधिक प्रभावित हुए है।
खंभों पर चढ़कर लोगों ने बचाई जान
देहरादून में सैलाब का ऐसा मंजर पहले कभी लोगों को याद नहीं आ रहा। आधी रात को अंधेरे में आया सैलाब सब कुछ बहाकर ले गया। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। देहरादून के प्रेमनगर इलाके में सैलाब के बीच फंसा व्यक्ति अपनी जान बचाने के लिए खंभे पर चढ़ गया। फुलेट गांव में एक मकान गिरने से उसने आठ मजदूर दबने की भी सूचना मिली है। दबे हुए दो लोगों को स्थानीय लोगों ने निकाल लिया है। यह गांव शहर से करीब 18 किमी दूर कुछ ऊंचाई पर है। यहां पैदल चढ़ाई कर जाने में टीमों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।
एक हजार से अधिक लोगों को बचाया
बचाव दलों के जवानों ने जान पर खेलकर कई लोगों को बचाया। बारिश के चलते पुल और सड़कों के टूटने से देहरादून जिले के विभिन्न स्थानों पर एक हजार से अधिक लोग फंसे हुए थे। इन्हें एसडीआरएफ और अन्य बचाव दलों ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला। इनमें सिधनीवाला ने एक, मसंदावाला में 4, ठाकुरपुर में एक, सहस्रधारा रोड पर 4. हेरिटेज होटल मसूरी में 8, लिटिल हेवन होटल मसूरी में 15, पंचकूली रायपुर में 30, डालन वाला एमडीडीए कॉलोनी क्षेत्र में 20, संरकी में 6, देवभूमि इंस्टीट्यूट पौधा में 500 और परवल प्रेम नगर में 10 लोगों के फंसे हुए थे।
प्रबंधन की टीमों ने त्वरित कार्रवाई
देहरादून के पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा में सोमवार रात करीब 11 बजे बादल फटने की घटना से भारी तबाही मच गई। अचानक हुए इस प्राकृतिक आपदा में पहाड़ियों से मलबे और पानी का तेज बहाव नीचे की ओर आया, जिससे बाजार और घर बुरी तरह प्रभावित हुए है। जानकारी के मुताबिक कार्डी गाड़ में बादल फटने के बाद क्षेत्र के मुख्य बाजार में मलबे का सैलाब आ गया, जिसके चलते कई बड़े होटल क्षतिग्रस्त हुए है। साथ ही एक मार्केट में बनों करीब 7 से 8 दुकाने ध्वस्त हो गई। देखते ही देखते कई होटल, दुकाने और वाहन तेज बहाव में बह गए।
सहस्त्रधारा में भारी नुकसान
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों ने राहत व बचाव कार्य में 100 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। घटना के समय कई पर्यटक और स्थानीय लोग क्षेत्र में मौजूद थे, जिनमें से कुछ लोगों ने ऊंचाई वाले स्थानों पर भागकर अपनी जान बचाई। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र को खाली करा दिया है। माल देवता क्षेत्र में तेज बहाव के चलते कई दुकानें जल प्रवाह ने बह गई। सहस्त्रधारा रोड पर स्थित ऋषि नगर पुल की भी भारी नुकसान हुआ है। सड़क का एक बड़ा हिस्सा उखड़ गया है। रिस्पना नदी के उफान से किनारे पर बना एक मकान, चार मोटरसाइकिले बह गई।
ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी में बढ़ा खतरा
ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। तेज बहाव में कई वाहन बह गए है। ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे कई स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और सड़क का बड़ा हिस्सा बह चुका है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप है। देहरादून जिले के चकराता में भी एक दर्दनाक हादसा सामने आया। देहरादून से चार दोस्त बाइक पर चकराता घूमने जा रहे थे, तभी कालसी-चकराता मोटर पर अचानक पहाड़ी से एक भारी पत्थर गिर गया।
इस हादसे में 22 वर्षीय विनय उसकी चपेट ने आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। विनय को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विनय मूल रूप से लुधियाना (पंजाब) के दरेंसी इलाके का निवासी था और इन दिनों देहरादून के रायपुर आम वाला क्षेत्र में रह रहा था।
मसूरी-देहरादून मार्ग बंद, रास्ते में फंसीं कई गाड़ियां
देहरादून जिले के ही पर्यटन स्थल मसूरी में सोमवार देर रात से हो रही भारी बारिश से आपदा जैसे हालात बन गए। मसूरी-देहरादून मार्ग बंद होने से सड़क में बीच-बीच में कई जगह गड़ियां फंसी हैं। पुलिस लगातार अनाऊस कर लोग से मसूरी-दून मार्ग में यात्रा नहीं करने की अपील कर रही है। झड़ीपानी शॉर्टकट रोड पर एक मकान में मलबा घुसने से दो नेपाली मूल के लोग दब गए। इसमें 41 वर्षीय राम बहादुर की मौके पर मौत हो गई, जबकि 40 वर्षीय अर्जुन गभीर रूप से घायल हुआ है।
200 छात्रों को किया रेस्क्यू, हरिद्वार में अलर्ट
देहरादून के प्रेमनगर स्थित धरकुरपुर में स्वर्णा नदी की बाढ़ में एक बच्चा फंस गया। एनडीआरएफ ने बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं जब प्रेमनगर स्थित देवभूमि कॉलेज में छात्रों ने बाढ़ के कारण फंसे होने की सूचना दी तो एनडीआरएफ टीमों ने फ्लड वाटर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और 200 छात्रों की सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं, हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने लोगों को सख्त अलर्ट जारी किया है।















