उत्तराखण्ड
भारी बारिश से 35 करोड़ का नुकसान, DM ने सभी विभागों को किया अलर्ट!
मानसून सीजन में उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश ने कहर बरपाई है। बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जिले को पहुंचाया है। भारी बारिश निजी और सरकारी परिसंपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। अभी भी कई ऐसे मार्ग हैं, जिसे खोलने में जिला प्रशासन जुटा हुआ है।जिलाधिकारी नैनीताल के मुताबिक इस मानसून से अब तक जिले में करीब 35 करोड़ के सरकारी परिसंपत्तियों का नुकसान का आंकलन किया गया है।जिला प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वें में सबसे अधिक क्षति सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग की संपत्तियों को पहुंची है। जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों हुई भारी बरसात के चलते हल्द्वानी-रामनगर स्टेट हाईवे पर चकलुवा पर पुलिया और सड़क को भारी नुकसान पहुंचा है जिसे बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग तेजी से काम रहा है।उन्होंने कहा कि अस्थाई तौर पर पीडब्ल्यूडी की टीमें वैली ब्रिज बनाने के लिए रात दिन काम पर जुटी हुई हैं और उम्मीद है कि एक सप्ताह में सड़क पर यातायात सुचारू कर दिया जाएगा। डीएम नैनीताल ने सभी विभागों को बारिश के कारण हो रहे लगातार नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। वहीं मानसून के बाद नए सिरे से कंस्ट्रक्शन कार्य शुरू करने के लिए कहा गया है।डीएम ने बताया कि बारिश के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान हल्द्वानी रामनगर कालाढूंगी स्टेट हाईवे 41 पर हुआ है। इसके अलावा देवीधुरा मार्ग को भी नुकसान पहुंचा है, जहां अधिकारियों द्वारा निर्माण कार्य की कार्रवाई की जा रही है। वंदना सिंह ने कहा कि मानसून के दौरान सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे विभागीय कामों में बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें और अलर्ट मोड पर रहें। क्योंकि अभी भी बरसात जारी है और जगह-जगह पर मलबा आने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में मलबा आने की स्थिति में टीम तत्काल कार्य शुरू करें।