उत्तराखण्ड
पुण्यतिथि पर गंगा पुत्र निगमानंद को किया याद, पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
हरिद्वार। गंगापुत्र निगमानंद की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में स्वामी शिवानंद ने हरिद्वार के संतों, पुरोहितों एवं आम नागरिकों पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि गंगापुत्र को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों के पास फुर्सत नहीं है। स्वामी निगमानंद ने न्याय व्यवस्था के खिलाफ अनशन करते हुए अपने प्राणों का बलिदान किया था, लेकिन उन्हें आज तक न्याय नहीं मिल सका है। मातृ सदन स्वामी निगमानंद को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे। मातृ सदन आश्रम जगजीतपुर परिसर में मंगलवार को गंगापुत्र निगमानंद की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा स्वामी शिवानंद ने निगमानंद की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा निगमानंद जैसे शिष्य को पाकर उन्हें गर्व की अनुभूति हो रही है। निगमानंद शरीर से भले ही उनके साथ न हो, लेकिन उनकी यादें सदैव उनकी स्मृति पर अंकित रहेगी। स्वामी शिवानंद ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ स्वामी निगमानंद के आंदोलन को दबाने के लिए शासन -प्रशासन के लोगों ने उन्हें जहर देकर मार दिया। इसके खिलाफ मातृ सदन सदैव आवाज उठाता चला आ रहा है, लेकिन शासन प्रशासन के साथ न्याय व्यवस्था में भी भ्रष्टाचार व्याप्त होने के चलते निगमानंद को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष जारी है। उत्तराखंड में गंगा के साथ किसानों की खेती की जमीन को भी बर्बाद किया जा रहा है। उत्तराखंड निर्माण के समय सरकार ने कहा था कि हरिद्वार एवं उधम सिंह नगर में खेती की जमीन की उपलब्धता के चलते उत्तराखंड में मिलाया जाना आवश्यक है। ताकि उत्तराखंड के लोगों को भरपेट भोजन मिल सके, लेकिन प्रदेश सरकार खेती की जमीन को बर्बाद करने पर तुली है। खनन माफियाओं के द्वारा 40 फीट से ज्यादा गहरे गड्ढे खोदकर खेतों को बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे में मातृ सदन ने ऐलान किया है कि हरिद्वार में किसी भी सूरत में खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद एवं वर्तमान डीजीपी अशोक कुमार पर भी जमकर प्रहार किया। ध्रुव चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल के संस्थापक बाबा बालक दास ने कहा कि संतों का जीवन परमार्थ के लिए होता है और स्वामी निगमानंद ने आमजन के कल्याण के लिए गंगा की रक्षा हेतु अपने प्राणों का बलिदान किया था। ऐसे महान संत का समाज सदैव उनका ऋणी रहेगा। भारतीय मजदूर किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ विजेंद्र सिंह चौहान ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि लोगों की गंगा में आस्था कम और वास्ता ज्यादा है। इसलिए लोग लाभ के लिए गंगा का इस्तेमाल करने पर तुले हैं। गंगा के बारे में किसी को चिंता नहीं है।इस मौके पर भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली विनोद कश्यप, राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, ब्रह्मचारी दयानंद, डॉ. निरंजन मिश्रा, ब्रह्मचारी सुधानंद, वर्षा वर्मा, कलोल राय, डॉ. विजय वर्मा, पंडित रामेश्वर गौर, उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।