उत्तर प्रदेश
लंबे बालों में प्रयागराज की स्मिता सबसे आगे, गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कराया नाम दर्ज।
प्रयागराज की स्मिता का गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम..बालों से बनाया रिकॉर्ड, 32 साल नहीं कटवाए
46 साल की स्मिता श्रीवास्तव, बालों की लंबाई 7 फीट, बनाया गिनीज रिकॉर्ड, लहराती जुल्फों के हो जाएंगे फैन
पौने आठ फीट लंबे बाल लहराती प्रयागराज की स्मिता, 32 साल से नहीं कटवाए, गिनीज बुक में आया नाम
लंबे बालों के मामले में प्रयागराज की महिला सबसे आगे, गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कराया नाम दर्ज
लंबे बालों के लिए अल्लापुर की स्मिता का नाम
गिनीज बुक्स ऑफ रिकार्ड में दर्ज
स्मिता ने बढ़ाया संगमनगरी का मान, लोगों ने दी बधाई
कुछ अलग करने का जुनून किसी भी इन्सान को एक विशेष मुकाम पर पहुंचाता है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली स्मिता श्रीवास्तव इन दिनों सुर्खियों में हैं। क्योंकि स्मिता को बालों को बढ़ाने का जुनून है और उन्होंने अपने इस जुनून को पिछले 32 सालों से संभाल कर रखा है। बत्तीस सालों से संभाले अपने इन्हीं लंबे बालों के चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। उन्होंने 32 साल से अपने बाल नहीं कटवाए हैं। स्मिता की मां के बाल भी काफी लंबे थे और स्मिता को बाल बढ़ाने की प्रेरणा अपनी मां से मिली थी।
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की स्मिता श्रीवास्तव के बालों की लंबाई 236.22 सेंटीमीटर (7 फीट 9 इंच) आंकी गई है। स्मिता के बालों की लंबाई 236.22 सेंटीमीटर यानी सात फीट नौ इंच है। वह कहती हैं कि बालों को वॉश करते समय उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन वह अपने बालों से प्यार करती हैं।
साहित्य, कला संस्कृति से समृद्ध संगमनगरी में वैश्विक स्तर पर नाम कमाने का हमेशा से जोश और जुनून रहा है। शहर की उत्कृष्ट उपलब्धियों में एक कड़ी और जुड़ गई। अल्लापुर लेबर चौराहा के पास रहने वाली स्मिता श्रीवास्तव का नाम गिनीज बुक्स ऑफ रिकॉर्ड में दुनिया के जीवित व्यक्ति के सबसे लंबे बालों के लिए दर्ज किया गया।
स्मिता के बालों की लंबाई 236.22 सेमी (7 फीट 9 इंच) है। इस उपलब्धि की सूचना मिलते ही स्मिता को बधाई देने के लिए लोग उनके घर पहुंचने लगे। 46 वर्षीय स्मिता जब 14 साल की थीं तभी मां की प्रेरणा से बालों को बढ़ाने लगी थीं। शादी के बाद उन्होंने अपने शौक को बरकरार रखा।
स्मिता ने आपके अपने प्रयागराज से संवाददाता सनी केशरी से बातचीत में बताया कि बालों को 25 साल से बढ़ा रहीं हूं। इससे पहले 2012 में लिम्का बुक्स ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज हुआ था। स्मिता ने प्राचीन इतिहास से एमए किया है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा मिर्जापुर में हुई। पति सुदेश श्रीवास्तव बिजनेस मैन हैं। स्मिता का बड़ा बेटा अथर्व नोएडा में बीटेक कर रहा है और छोटा बेटा शाश्वत सेंट जोसेफ कॉलेज में सातवीं में पढ़ता है।
उन्होंने बताया कि खुले बालों के साथ बाहर निकलती हैं, तो देखने वाले हैरान रह जाते हैं। स्मिता आमतौर पर हफ्ते में दो बार अपने बाल धोती हैं और इनको सुखाने, सुलझाने और स्टाइल करने में उन्हें हर बार लगभग तीन घंटे लगते हैं। बालों को धोने में 30-45 मिनट लग जाता है।
टूटे बालों को सहेज कर रखती हैं स्मिता
स्मिता को अपने बालों से इतना लगाव है कि वह टूटे हुए बालों को फेंकने की बजाय उन्हें एक प्लास्टिक बैग में इकट्ठा करती हैं। उन्होंने 20 सालों से कभी भी अपने बाल फेंके नहीं हैं। स्मिता ने अब तक महज एक बार ही बालों को कटवाया है।
गिनीज बुक का खिताब पाकर बहुत खुश हैं स्मिता
स्मिता ने बताया कि लोग उनके पास आते हैं, उनके बालों को छूते हैं, तस्वीरें लेते हैं और लोग अक्सर उनके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों के बारे में पूछते हैं। स्मिता अब इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं, उनका कहना है कि वह इस बारे में सपने देखा करती थीं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक संभव होगा मैं अपने बालों की देखभाल करूंगी। इन्हें कभी भी नहीं कटवाऊंगी।