उत्तराखण्ड
नवरात्र विशेष प्रतिपक्ष संवाद में पढ़े माता दूनागिरी की कुमाउनी वंदना -जय मइया दूनागिरी (कुमांऊनी वंदना).
जय जय माता दूनागिरी,
मइया धरिये लाज हामरीं।
माता दूनागिरी निवासा,
भौल करिये तुमरिं आशा।
नाम तुमौर वैष्णवी रूपा,
शक्ति विद्या तुम स्वरूपा।
जय सिंह सवारी माता महारानी,
माता बल बुद्धि विद्या कैं दानी।
जय जय माता दूनागिरी।
मइया धरिये लाज हामरीं,..
मनोकामना करछै पूरीं।
भोग नारियल हलवा पूरीं,
भक्त जो आनीं त्यौर दरबारा,
सुख समृद्धि खुशहाल घरबारा।
हांक शरण आयूं मइया तुमरीं,
मइया हामछीं फूलकिं क्यारी।
जय जय माता दूनागिरी,
मइया धरिये लाज हामरीं।….
मैं बालक अबोध अज्ञानी,
शक्ति स्वरूपा हे जगजननी,
भौल बुलाण भलिं मति दिये,
अन्न धनक भकार भरिये,
सुफल मइया काज करिये,
माँ हर बाटमें लाज धरिये।
दैण हैजा हे वैष्णवी रूपा,
जलनूं माता बाति धूपा।
हे जगजननी नौ अवतारी,
मइया धरिये लाज हामरीं,
जय जय माता दूनागिरी,
मइया धरिये लाज हामरीं,…