उत्तराखण्ड
बारिश होने पर इस स्कूल में हो जाती है छुट्टी जीआईसी उत्तमसाणी में 12 में से सिर्फ 3 कक्ष ही हैं बैठने लायक।
हेम कांडपाल
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। भिकियासैंण ब्लाक के दूरस्थ क्षेत्र का एक राजकीय इंटर कालेज ऐसा भी है जहां बारिश होने पर छात्रों को छुट्टी कर दी जाती है। विद्यालय में करीब 12 कक्षा कक्ष हैं जिसमें बैठने लायक सिर्फ 3 कक्ष ही हैं। जीर्ण क्षीर्ण हो चुके स्कूल के नवनिर्माण के लिए लगातार प्रयास करने के बावजूद कुछ भी हासिल नही हुआ है।
चौखुटिया ब्लाक से लगे भिकियासैंण ब्लाक के दूरस्थ क्षेत्र उत्तमसाणी में 1962 में स्थापित राजकीय इंटर कालेज कक्षा कक्षों के अभाव में अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। विद्यालय में कुल 12 कक्षा कक्ष हैं परंतु सिर्फ 3 कक्ष ही ऐसे हैं जो बैठने लायक हैं। बांकी के कक्ष जीर्ण क्षीर्ण हालत में हैं जिनके ढहने की आशंका बनी रहती है। इसी के चलते बारिश होने पर स्कूल प्रशासन द्वारा छात्रों को छुट्टी करने के सिवाय दूसरा कोई चारा नही रहता है।
स्कूल के नवनिर्माण के लिए क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार गुहार लगाई जाती रही है परंतु आश्वासन के सिवाय कुछ हासिल नही हुआ। स्कूल के पूर्व छात्र दानसिंह रौतेला का कहना है कि स्कूल भवन के लिए क्षेत्रीय जनता लंबे समय से ज्ञापन व मांग पत्र देते आ रही है।
12 गांवों के 114 छात्र हैं अध्यनरत
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। जीआईसी उत्तमसाणी में वर्तमान में 114 छात्र अध्ययनरत हैं। स्कूल में 11 नियमित व 4 अतिथि शिक्षक हैं। स्टाफ पर्याप्त है परंतु कक्षा कक्षों की स्थिति बड़ी चुनौती का कारण बन गई है। स्कूल में उत्तमसाणी, डंगरखोला, नौबड़ा, ककड़खेत, टिम्टा, भांसी, कफलानी, दौला, निरकोट, कबडोला व सीरा आदि करीब दर्जनभर गावों के छात्र पढ़ते हैं। परंतु स्कूल की स्थिति को देखते हुए छात्र दूसरे स्कूलों में पलायन करने लगे हैं।
प्रधानाचार्य पूरन चंद्र आर्या ने बताया कि
स्कूल में कक्षा कक्षों के अभाव से बड़ी कठीनाई का सामना करना पड़ रहा है हालत यह है कि बारिश होने पर छात्रों को मजबूरन छुट्टी कर घर भेजना पड़ता है। इस बावत उच्च अधिकारियों को लगातार अवगत कराया जा रहा है। परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नही हो पाई है।