उत्तराखण्ड
न्यायमूर्ति पी. सी. पंत ने किया नशामुक्ति व पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन।
हल्द्वानी-
चिपको, वन बचाओ एवं नशा नहीं रोज़गार दो आंदोलन के प्रखर आंदोलनकारी रहे एडवोकेट निर्मल जोशी की स्मृति में दमुवाढूंगा (हल्द्वानी) में बुधवार को “निर्मल दर्शन” नाम से नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का शुभारंभ करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति माननीय पी. सी. पंत ने इसे एक ज़रूरी सकारात्मक पहल बताया और कहा कि नशे की लत से युवा पीढ़ी व समाज के सभी वर्गों खास कर महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसके लिए नशामुक्ति व पुनर्वास केंद्र एक संजीवनी की तरह है।
नैनीताल उच्च न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता व निर्मल जोशी की पत्नी पुष्पा जोशी और उनके पुत्र संकल्प जोशी ने निर्मल दर्शन फाउंडेशन गठित कर यह पहल की है।
इस मौके पर हल्द्वानी नगर निगम के अध्यक्ष डॉ. जोगेंद्र रौतेला, ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश उधमसिंहनगर प्रेम सिंह फिरमाल, उच्च न्यायालय नैनीताल बार एसोसियेशन के नव निर्वाचित अध्यक्ष प्रभाकर जोशी, एड. राजेश नगरकोटी, एड. मनोज सिंह बिष्ट, एड. मनीषा भंडारी, एड. स्निग्धा तिवारी, गोपाल सिंह जीना एवं निर्मल जोशी के भाई प्रो. गिरीश जोशी, प्रो. अतुल जोशी व अन्य परिजन, उनके आंदोलन के साथी उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष एड. पी. सी. तिवारी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन उच्च न्यायालय नैनीताल के अधिवक्ता पूरन सिंह रावत ने किया।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति पी. सी. पंत जी को पुष्पा जोशी एवं अन्य विशिष्ट जनों ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने नशे की दिन प्रतिदिन होती गंभीर समस्याओं के निराकरण के लिए परिवार, समाज व सरकार को एकजुट होकर प्रयास करने की ज़रूरत है।
इस अवसर पर “निर्मल दर्शन” फाउंडेशन की ओर से संकल्प जोशी ने फाउंडेशन के उद्देश्यों और व्यवस्थाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके जैसे अनेक लोग अपने संकल्प, परिजनों, मित्रों के सहयोग से नशे की लत से बाहर आकर नशामुक्ति के इस प्रयास की हर चुनौती को स्वीकार करेंगे। इसके लिए उन्हें जनता के समर्थन, सहयोग व आशीर्वाद की ज़रूरत रहेगी।