उत्तराखण्ड
कलयुगी मां,,,,
कानपुर ,, कहा जाता है कि कलियुग अब अपने अंतिम चरण में है। एक मां के लिए बेटे से बड़ा कुछ नहीं होता है। कहा जाता रहा है कि पुत्र कपूत हो सकता है, लेकिन माता कभी कुमाता नहीं होती, लेकिन इन दिनों एक के बाद एक सुर्खियों में छाई अनेक घटनाओं ने साबित कर दिया है कि इस कलियुग में माता भी कुमाता होने लगी हैं।
हालिया मामला कानपुर का है, जहां प्रेमी से दूर किए जाने से गुस्सायी हत्यारिन मां ने अपने चार साल के बेटे की गला घोंट न केवल निर्मम हत्या कर दी बल्कि, उसकी पीठ व चेहरे को भी बुरी तरह अपने दांतों से काट खाया।
बेटे की हत्या करने के बाद यह सिरफिरी और चालाक मां नीचे आकर घर का काम ऐसे करने लगी, जैसे कुछ हुआ ही न हो। कुछ देर बाद जब दादा को संदेह हुआ तो उन्होंने चादर खोलकर देखा तो बच्चे में कोई हलचल नहीं देखी। इस पर उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। प्रेम प्रसंग को लेकर बच्चे की हत्या की यह खबर जैसे ही पूरे गांव में फैली, लोगों के हाथ पांव फूल गए।











