उत्तराखण्ड
लालकुआं – अमृतसर ट्रेन संचालन को मिली मंजूरी।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री वन नैनीताल उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र से सांसद अजय भट्ट के विशेष प्रयासों से लालकुआं – अमृतसर ट्रेन संचालन को मिली मंजूरी। केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जताया आभार।।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बताया कि काठगोदाम और अमृतसर के बीच ट्रेन संचालन को लेकर उनके द्वारा 28 नवंबर 2019 को शून्य काल के दौरान संसद के प्रश्न काल के सत्र में इस रेल संचालन का मामला उठाया था। इसके पश्चात लगातार वह कई बार रेल मंत्री से मिले और कई बार पत्र भी लिखे। 2 दिन पूर्व भी भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्य समिति में श्री भट्ट के द्वारा पुनः रेल मंत्री से मुलाकात कर इस रेल संचालन के लिए आग्रह किया गया था जिसके फलस्वरुप आज कुमाऊं के लोगों के लिए यह खुशखबरी आई है कि लालकुआं अमृतसर के बीच ट्रेन संचालन को मंजूरी मिल गई है। अब रेल मंत्रालय द्वारा ट्रेन संचालन की मंजूरी प्रदान करने के साथ ही जल्द लालकुआं से अमृतसर के लिए नई ट्रेन चलेगी। केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने उनके विशेष आग्रह पर ट्रेन संचालन शुरू करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जाताया है। श्री भट्ट ने कहा कि भविष्य में यह ट्रेन काठगोदाम से भी संचालित की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने अवगत कराया कि उत्तराखण्ड राज्य धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण राज्य हैं। उत्तराखण्ड राज्य के जनपद ऊधमसिंहनगर के सितारगंज में विश्व विख्यात नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब स्थित है तथा वहां पर पूरे वर्षभर देश-विदेश के सैलानियों का लगातार आना-जाना लगा रहता है। वर्तमान में जनपद नैनीताल एवं ऊधमसिंहनगर के आस-पास अधिक संख्या में सिक्ख समुदाय के लोग निवास करते है तथा प्रदेश के पूरे तराई क्षेत्र के लोग अमृतसर में रोजगार भी करते है, जिससे सिक्ख समुदायों का जनपद नैनीताल, ऊधमसिंहनगर एवं प्रदेश के पूरे तराई क्षेत्र के लोगों का अमृतसर निरन्तर आना-जाना लगा रहता है।
उत्तराखण्ड के जनपद ऊधमसिंहनगर, नैनीताल एवं उत्तर प्रदेश के रामपुर आदि जनपदों से प्रतिदिन सिक्ख समाज एवं अन्य श्रद्धालु हजारों की संख्या में श्री हरमंदिर अमृतसर एवं डेरा व्यास व वैष्णो देवी के लिए आवागमन करने वालों को भी रेल संचालन से बेहद लाभ होगा।