उत्तराखण्ड
भूस्खलन से धंसा यमुनोत्री हाईवे, 4200 तीर्थयात्री फंसे, यमुनोत्री हाईवे का 15 मीटर हिस्सा धंसा
उत्तराखंड में मानसून ने अभी दस्तक भी नहीं दी, लेकिन बारिश से चारधाम यात्रियों की मुश्किलें बढ़नी शुरू कर दी है. यमुनोत्री धाम से 25 किमी पहले रणाचट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे का 15 मीटर हिस्सा धंस गया. यहां से केवल छोटे वाहन ही निकल पा रहे हैं साथ ही हाईवे के दोनों ओर बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई है। संभावना है कि जल्द ही आवाजाही शुरू हो पाएगी।
आपको बता दें कि यमुनोत्री हाईवे पर बुधवार शाम को रणाचट्टी के समीप भूस्खलन होने से हाईवे की दीवार गिर गई थी, जिससे बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। जबकि छोटे वाहनों की आवाजाही जोखिभरी हो गई है। अभी तक आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। एसडीएम शालिनी नेगी का कहना है कि एनएच के अधिकारी मौके पर भेजे गए हैं। पुलिस को सतर्क रहने के साथ बड़े वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
रात से ही एनएच ने मरम्मत का काम शुरू कर दिया था। इस बीच चार हजार से ज्यादा यात्रियों को अलग-अलग सुविधाजनक स्थानों पर ठहराया गया है। मरम्मत कार्य के चलते यमुनोत्री हाईवे पर यातायात पूर्ण रूप से बंद है। जानकारी के अनुसार
एनएच के अधिशासी अभियंता ने बताया कि वायर क्रेट लगाकर दीवार दी जा रही है।
वहीं प्रशासन ने हाईवे बंद होने से कई स्थानों पर फंसे यात्रियों को निकालने के लिए परिवहन विभाग को छोटे वाहनों की व्यवस्था के लिए कहा है।