उत्तराखण्ड
विधायक ने दरवाजा पीटा, निदेशक ने कहा गेट लॉस्ट! मुकदमा दर्ज
द्वाराहाट: बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (BTKIT) के निदेशक केकेएस मेर और कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के बीच विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में जहां पुलिस ने विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। वहीं, कांग्रेस ने इस कार्रवाई को सरकार की तानाशाही करार दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस सरकार के दबाव में काम कर रही है और अधिकारी बेलगाम हैं। BTKIT निदेशक केकेएस ने विधायक पर अपने कुछ लोगों के साथ आवासीय परिसर में घुस गालीगलौज व अभद्रता और संस्थान की शांतिभंग कर भय का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया है।
विधायक मदन ने कहा कि अहम मुद्दे पर बात करने के लिए छह बार संपर्क साधा मगर निदेशक ने फोन नहीं उठाया। जब आवास पर पहुंचे तो निदेशक ने गेट लॉस्ट बोलकर अभद्रता की। विधायक ने प्रोटोकॉल उल्लंघन का भी आरोप लगाया। वहीं निदेशक केकेएस ने कहा- विधायक बोलने की स्थिति में नहीं थे, इसलिए फोन नहीं उठाया। रविवार को दोनों पक्ष थाना पहुंचे। तहरीर दी। पुलिस ने जांच बैठाई। CO अमितराम वर्मा ने कहा कि निदेशक की तहरीर पर विधायक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जांच की जा रही है। वहीं बीती देर रात हाईप्रोफाइल ड्रामे का वीडियो वायरल हो रहा है। सियासी गलियारों में चर्चा तो नगर में गहामगहमी का माहौल बना हुआ है। आवास के दरवाजे पीटे निदेशक बीटीकेआइटी केकेएस मेर रविवार को रजिस्ट्रार आरपी सिंह व अन्य मातहतों के साथ थाना पहुंचे। तहरीर देकर कहा कि बीती शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे नारायण रावत ने अपने फोन से विधायक मदन बिष्ट की बात कराई।
विधायक नशे में प्रतीत हो रहे थे। कार्यालय कार्यों व टेंडर के संबंध में पूछताछ की तो उन्हें सम्मानजनक जवाब दिया गया। निदेशक के अनुसार फोन पर बात पूरी होने के बाद विधायक ने अपने फोन नंबर से कई काल किए, लेकिन विधायक की स्थिति को समझते हुए फोन नहीं उठाए। रात्रि करीब दस बजे विधायक अपने लोगों के साथ नशे की हालत में आवास पहुंचे। फोन न उठाने पर गालीगलौज करने लगे।
उनके साथ पहुंचे नारायण रावत ने भी अभद्र भाषा में बाहर निकलने और विधायक से माफी मांगने को कहा। आवास के दरवाजे जोर से पीटे गए। संस्थान में एक हजार विद्यार्थी हैं। शांतिभंग होने से पत्नी व पुत्री भी भयभीत हो गई। सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में भी देर रात तक गालीगलौज होती रही। पुलिस के हस्तक्षेप पर विधायक आवासीय परिसर से हटे। निदेशक ने पुलिस से कार्रवाई का आग्रह किया।
दोपहर बाद विधायक मदन सिंह बिष्ट भी थाने जा पहुंचे। उन्होंने तहरीर देकर कहा कि वह क्षेत्र भ्रमण के दौरान BTKIT में कार्यरत मैस व सुरक्षा कर्मियों और दैनिक वेतनभोगियों के बारे में निदेशक से अपने प्रतिनिधि नारायण रावत के फोन से संपर्क किया। मगर बात पूरी नहीं हो सकी। विधायक के अनुसार तब उन्होंने अपने फोन से निदेशक को छह बार फोन किया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया।
जबकि विधानसभा अध्यक्ष ने गाइडलाइन जारी की है कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों के फोन उठाएंगे। मगर निदेशक ने प्रोटोकाल का उल्लंघन किया। वह निदेशक के आवास पर पहुंचे तो गेट गेट लॉस्ट जैसे अभद्र शब्द बोलकर गलत व्यवहार किया। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि निदेशक भाजपा नेताओं की शह पर कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने प्रकरण की जांच कर निदेशक के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई पर जोर दिया। पुलिस को तहरीर देने के बाद विधायक ने प्रेसवार्ता की। कहा कि कार्रवाई न हुई तो मामला विधानसभा में उठाएंगे। साफ कहा कि निदेशक माफी मांगें। अन्यथा 15 दिन के भीतर संस्थान गेट पर आमरण अनशन पर बैठेंगे।