उत्तराखण्ड
लोकसभा चुनाव: हरीश रावत हरिद्वार सीट में अपने बेटे वीरेंद्र रावत और अल्मोड़ा – पिथौरागढ़ सीट में यशपाल आर्य को दिलाना चाहते हैं टिकट ?
उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी में सबसे बड़ा नाम हरीश रावत का ही आता है जो पांच बार सांसद, मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री तक रह चुके हैं लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में क्या हरीश रावत चुनाव लड़ेंगे यह आज भी एक संशय बना हुआ है .
लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम में वह इस बार कम सक्रिय आ रहे हैं 2019 में हुए लोकसभा के चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के अजय भट्ट ने नैनीताल – उधम सिंह नगर लोकसभा सीट से भारी अंतर के वोटों से हराया था ..
लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि हरीश रावत इस बार हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी में हरिद्वार सीट पर नजर अध्यक्ष करन माहरा की भी है और पिछले कुछ समय से हरक सिंह रावत की सक्रियता के बाद कांग्रेस में ही हलचल देखने को मिल रही है हरिद्वार कांग्रेस के अंदर टेंशन शुरू हो गई है देखना यह है कि क्या हरीश रावत को टिकट मिल पाएगा हरीश रावत अपने से ज्यादा जोर अपने बेटे को टिकट दिलवाने के पीछे लगे हुए हैं हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत ने भी हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी की है.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि इस बार चुनाव की चुनौती और भी कठिन है। कहा कि 2019 में चुनाव प्रबंधन के अभाव में पार्टी का वोट बैंक घटा है।
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि अल्मोड़ा लोकसभा क्षेत्र से मेरी इच्छा है कि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य चुनाव लड़ें। उनके न लड़ने की स्थिति में प्रदीप टम्टा एक स्वाभाविक दावेदार हैं। दोनों की जीत के लिए काम करना मेरा धर्म है। 2019 में चुनाव प्रबंधन के अभाव में पार्टी का वोट बैंक घटा है।
हरीश रावत ने फेसबुक में पोस्ट करते हुए लिखा, चुनाव में इस बार की चुनौती और कठिन है। इसे लेकर मैंने चुनाव प्रबंधन को लेकर चिंता व्यक्त की थी। उस पर मैं अब भी कायम हूं। मुझे उसकी याद दिलाने की किसी को भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कांग्रेस पार्टी पांचों लोकसभा संसदीय सीटों पर अच्छा चुनाव लड़ें और जीते।