उत्तराखण्ड
नैनीताल जिलाधिकारी वंदना सिंह ऐक्शन में। नैनीताल जिले मेंअव्यवस्था बर्दाश्त नहीं।
हल्द्वानी-जिलाधिकारी वंदना सिंह ने पसोली-ओखलढूगा-हैडाखान-स्यूडा- साननी-खन्सयू-पतलोट-अघौडा-मिडार लोनिवि मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने मानसून से पूर्व लोनिवि नैनीताल को झाड़ी कटान, नालियों की सफाई के निर्देश दिए। कहा कि विभागीय अधिकारी सुनिश्चित कर ले कि हर हाल में जो नाली, कौज वे बंद पड़े है उन्हें मानसून से पहले साफ कराकर खोल दिया जाए जिससे आसानी से पानी की निकासी हो सके। इसके लिए सभी एसडीएम अपने क्षेत्रों में झाड़ी कटान, नाली, कल्वर्ट, कौज वे सफ़ाई का निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। उन्होंने जल संस्थान, विद्युत विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि क्षेत्र में लोगों को बिजली, पानी की समस्या न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उच्च अधिकारी स्वतः संज्ञान लेकर गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण करना सुनिश्चित करे।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश:
काठगोदामहैड़ाखान मोटर मार्ग पर पसोली के पास निरीक्षण के दौरान डीएम ने क्षतिग्रस्त मार्ग के सुधारीकरण के लिए भारत सरकार को पूर्व में भेजे गये प्रस्ताव के संबध में लोनिवि नैनीताल को डीएफओ के साथ संयुक्त रूप से सर्वे कर पुनः संशोधित प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए। पनियाबोर पहुंचने पर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को बताया कि दो गधेरों के जल प्रवाह से भू कटाव हो रहा है, जिसके कारण भविष्य में भूस्खलन होने का खतरा बना हुआ है तथा गांव का अस्तित्व खतरे में है। जिलाधिकारी ने भूवैज्ञानिक और सिंचाई विभाग को संयुक्त रूप से गधेरे व इस क्षेत्र का सर्वे कर मानसून काल से पूर्व तात्कालिक सुरक्षात्मक कार्य का आकलन तैयार करने को कहा जिससे ससमय उपचारात्मक कार्य किया जा सके। इसके साथ ही दीर्घालिक योजना हेतु भी प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
ओखलढुंगा क्षेत्र में पहुचने पर ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र में एक फार्मासिस्ट की तैनाती है जो की दो बजे तक उपलब्ध रहते है। वर्षाकाल में सडक मार्ग अवरूद्व हो जाने से आपात समय में क्षेत्रवासियों को स्वास्थ्य संबंधी उपचार हेतु हल्द्वानी आवागमन में काफ़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिलाधिकारी ने सीएमओ को मानसून सीजन में ओखलढूंगा स्वास्थ्य केन्द्र में ही स्वास्थ सुविधा सुदृढ़ीकरण हेतु कार्ययोजना तैयार के निर्देश दिए। कहा की प्रयास किया जाए की मानसून अवधि तक केन्द्र की सुविधाओं को ही सुदृढ कर क्षेत्रवासियो को यहीं बेहतर चिकित्सा उपचार दिया जाए जिससे लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
वर्तमान हैड़ाखान मार्ग अवरूद्ध हो जाने पर आमजन रौसिल और वियजपुर-पहाडपानी को वैकल्पिक मार्ग के रुप में उपयोग करते है। इन मार्गों के तात्कालिक सुधारीकरण हेतु आकलन तैयार करने के निर्देश ईई लोनिवि नैनीताल को दिये जिससे तत्काल कार्य को चालू कर लोगों को राहत दी जा सके।।
जिलाधिकारी ने विद्युत एवं जलसंस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्षेत्र में पानी एवं बिजली की समस्यायें आने पर शीघ्र सुचारू किया जाए ताकि जनता को अनावश्यक परेशानियों का सामना ना करना पडे। जल संस्थान के अधिकारियो ने बताया कि असामाजिक तत्वों द्वारा पेयजल लाईनों मे छेडखानी की जाती है जिससे क्षेत्र में पेयजल संकट हो जाता है। विभाग द्वारा ग्रामीणों को रोस्टर के अनुसार पानी दिया जाता है ताकि सभी ग्रामीणों को आसानी से पेयजल उपलब्ध हो सके। डीएम ने कहा इस प्रकार के अराजकतत्वों द्वारा पानी की लाईनों में छेडखानी करते पाये जाने पर सम्बन्धित के खिलाफ विभाग कार्यवाही करें।
छड़गाम तल्ला में निरीक्षण के दौरान कार्यशील जय दुर्गा मां स्वयं सहायता समूह द्वारा तुलसी और तेज पत्ते का तेल निकालने का कार्य किया जा रहा था और यहां पर पालिहाउस में लेमनग्रास, रोजमेरी, केमोमाइल, तुलसी आदि अन्य वनस्पतियों की नर्सरी तैयार की जा रही है। जिलाधिकारी ने इन उत्पादों को संग्रहित करने, बेहतर मार्केट और आउटलेट खुलवाने के लिए एपीडी को निर्देशित किया। जिससे एकत्रित उत्पादों का उचित दाम किसानों को मिले और उनकी आर्थिकी भी मजबूत हो।
विगत माह डालकन्या में कार दुर्घटना में 10 लोगों की मौत पर जिलाधिकारी ने कहा कि उन परिवारों को हर सम्भव आर्थिक सहायता दी जायेगी। जिलाधिकारी ने शिक्षा महकमे के अधिकारियों को यथा शीघ्रबच्चों का स्कूल में दाखिला कराने के निर्देश दिये। साथ ही पीडित परिवार के लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने की बात कही जिस पर दो परिवारों ने बकरी पालन एवं मछली पालन पर सहमति दी। परिवारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एपीडी को समन्वय करने के निर्देश दिए।