उत्तराखण्ड
बंद पड़े उद्योगों को नोटिस
जवाब नहीं मिला तो लीज़ कैंसल !
एक तो बेरोज़गारी सर चढ़ कर बोल रही है और दूसरी ओर कोरोना और महंगाई आम आदमी की कमर तोड़ दी। यहां तक की कई लोगों की नौकरियां इसलिए चली गई क्योंकि कंपनी और फक्ट्री बंद हो गई। हालंकि अब ऐसे बंद पड़े उद्योगों के उपर भी लीज़ खत्म होने का खतरा मंडरा रहा है। उत्तराखंड में भी कई ऐसे उद्योग हैं जिनपर अब सरकार के एक्शन का चाबुक चलना शुरू हो चुका है। बकायदा उन्हे नोटिस भी जारी किया गया है। हरिद्वार और देहरादून सिडकुल में कोरोना काल से बंद चल रहे 70 उद्योगों को नोटिस जारी किया गया है। उद्योग बंद रखने की क्या वजह है इसपर जवाब मांगा गया है। अगर दिए गए वक्त पर संतोषजनक जवाब नहीं आता तो अब इस उद्योगों की लीज़ खत्म कर दी जाएगी।
कई कंपनियों का ये तर्क है कि उत्पादन क्षमता कम होने के चलते एसा किया गया । तब से अब तक इन कंपनियों ने न तो अपने प्लांट रीसेल किए और न ही उनमें उत्पादन शुरू किया। इन बंद पड़े प्लांटों को प्रयोग में लाने के लिए सिडकुल प्रशासन ने कैंसिलेशन नोटिस जारी किए हैं। देहरादून में सिडकुल के महाप्रबंधक पीसी दुम्का ने बताया कि 18 उद्योगों को नोटिस जारी कर उनसे बंदी की वजह से पूछी गई है।उनका जवाब आने के बाद ही आगे निर्णय किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार की नीति उद्योगों को प्रोत्साहित करने की है।