धर्म-संस्कृति
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। हिमालय की पुत्री होने के कारण माता रानी को शैलपुत्री कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करने से मान-सम्मान में वृद्धि व उत्तम सेहत प्राप्त होती है। मां शैलपुत्री को सफेद वस्त्र अतिप्रिय है।सर्दीय नवरात्र, जिन्हें शरद नवरात्र भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो मां दुर्गा की पूजा के रूप में मनाया जाता है। यह नौ दिन के अवसर के रूप में मनाया जाता है, जिनमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
इस दिन मां दुर्गा की प्रथम अवतार का आदर किया जाता है। मां शैलपुत्री का रूप खड़ा योगासन में होता है और उनका वाहन वृषभ (बैल) होता है। भक्त इस दिन मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं और मां दुर्गा के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
इसके अलावा, यह दिन परम आत्मा के अंधकार को दूर करने और आत्मा की शुद्धता की प्रतीक होता है, और यह त्योहार भक्तों को मां दुर्गा की दिव्य शक्ति की ओर प्रवृत्त करता है।