उत्तराखण्ड
सावन के दूसरे सोमवार को जागेश्वरधाम सहित विभिन्न शिवालयों में हुआ पार्थिव पूजन।
गणेशसावन के दूसरे सोमवार को जागेश्वरधाम सहित विभिन्न शिवालयों में हुआ पार्थिव पूजन।
संवाद सहयोगी, दन्यां: श्रावण माह के दूसरे सोमवार को जागेश्वरधाम में विभिन्न स्थानों से आए श्रद्धालुओं ने पार्थिव पूजन किया। श्रावणी मेले के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोगों ने आनंद लिया। हरेला पर्व से आरंभ हुए श्रावण माह में जागेश्वरधाम में एक माह का मेला लगता है। श्रावण माह के सोमवार का विशेष महत्व माना गया है। इसी लिए प्रत्येक सोमवार को यहां पर शिर्वाचन और पार्थिव पूजन करने के लिए विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु यहां आते हैं। पुजारीआनंद बल्लभ भट्ट ने बताया कि दूसरे सोमवार को जागेश्वरधाम में काफी भीड़ रही। काफी लोग रविवार की शाम को ही यहां पहुंच गए थे। पूर्व प्रधान हरिमोहन भट्ट ने बताया कि मेला समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए विभिन्न स्थानों सांस्कृतिक दलों को यहां बुलाया है। लोग शिक्षाप्रद कार्यक्रमों का आनंद ले रहे हैं। मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं चाक चौबंद की गई है।
उर्धेश्वर महादेव मंदिर में कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद्भागवत यज्ञ आरंभ
दन्यां: प्रसिद्ध उर्धेश्वर महादेव मंदिर में कलश यात्रा के उपरांत सात दिवसीय श्रीमद्भागवत यज्ञ का शुभारंभ हुआ। कथा का आयोजन कन्हैया बाबा, स्वरूपानंद यति महाराज और कैलाश भारती महाराज के निर्देशन में किया जा रहा है। भागवत कथा के मुख्य यजमान बसंत बल्लभ जोशी ने बताया कि युवा कथा व्यास पंडित गोविंद बल्लभ पंत प्रवचन करेंगे।
कार्यक्रम के प्रथम दिन क्षेत्र की तमाम महिलाओं ने पारंपरिक परिधान पहन कर उर्धेश्वर महादेव मंदिर से कलश यात्रा का आयोजन किया। कलश यात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर बाजार क्षेत्र की परिक्रमा के उपरांत महादेव मंदिर में समाप्त हुई। कलश यात्रा के पश्चात गणेश पूजन और पूर्ण विधि विधान के साथ प्रथम दिवसीय प्रवचन आरंभ हुआ। भागवत कथा कार्यक्रम को सफल बनाने में मोहन चंद्र पंत, नवीन चंद्र पंत, बसंत गोस्वामी, प्रधान पुजारी लीलाधर जोशी, चेतन जोशी, हरीश पंत, प्रकाश पंत सहित अनेक पुरोहितों का सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
गणेश पाण्डेय, दन्यां: श्रावण माह के दूसरे सोमवार को जागेश्वरधाम में विभिन्न स्थानों से आए श्रद्धालुओं ने पार्थिव पूजन किया। श्रावणी मेले के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोगों ने आनंद लिया। हरेला पर्व से आरंभ हुए श्रावण माह में जागेश्वरधाम में एक माह का मेला लगता है। श्रावण माह के सोमवार का विशेष महत्व माना गया है। इसी लिए प्रत्येक सोमवार को यहां पर शिर्वाचन और पार्थिव पूजन करने के लिए विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु यहां आते हैं। पुजारीआनंद बल्लभ भट्ट ने बताया कि दूसरे सोमवार को जागेश्वरधाम में काफी भीड़ रही। काफी लोग रविवार की शाम को ही यहां पहुंच गए थे। पूर्व प्रधान हरिमोहन भट्ट ने बताया कि मेला समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए विभिन्न स्थानों सांस्कृतिक दलों को यहां बुलाया है। लोग शिक्षाप्रद कार्यक्रमों का आनंद ले रहे हैं। मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं चाक चौबंद की गई है।
उर्धेश्वर महादेव मंदिर में कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद्भागवत यज्ञ आरंभ
दन्यां: प्रसिद्ध उर्धेश्वर महादेव मंदिर में कलश यात्रा के उपरांत सात दिवसीय श्रीमद्भागवत यज्ञ का शुभारंभ हुआ। कथा का आयोजन कन्हैया बाबा, स्वरूपानंद यति महाराज और कैलाश भारती महाराज के निर्देशन में किया जा रहा है। भागवत कथा के मुख्य यजमान बसंत बल्लभ जोशी ने बताया कि युवा कथा व्यास पंडित गोविंद बल्लभ पंत प्रवचन करेंगे।
कार्यक्रम के प्रथम दिन क्षेत्र की तमाम महिलाओं ने पारंपरिक परिधान पहन कर उर्धेश्वर महादेव मंदिर से कलश यात्रा का आयोजन किया। कलश यात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर बाजार क्षेत्र की परिक्रमा के उपरांत महादेव मंदिर में समाप्त हुई। कलश यात्रा के पश्चात गणेश पूजन और पूर्ण विधि विधान के साथ प्रथम दिवसीय प्रवचन आरंभ हुआ। भागवत कथा कार्यक्रम को सफल बनाने में मोहन चंद्र पंत, नवीन चंद्र पंत, बसंत गोस्वामी, प्रधान पुजारी लीलाधर जोशी, चेतन जोशी, हरीश पंत, प्रकाश पंत सहित अनेक पुरोहितों का सहयोग प्रदान किया जा रहा है।