राष्ट्रीय
वन नेशन वन राशन कार्ड‘ योजना अब पूरे देश में लागू, कहीं से भी राशन ले सकते हैं।
नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई ‘वन नेशन वन राशन कार्ड‘ (One Nation, One Ration Card ) योजना अब पूरे देश में लागू हो गई है.
असम में सबसे अंत में इस योजना का संचालन शुरू हुआ और इसी के साथ देश के सभी राज्य वन नेशन वन राशन कार्ड योजना में आ गए हैं.
बता दे की यह (ONORC) राशन कार्ड की पोर्टेबिलिटी योजना है जिसमें कहीं का राशन कार्ड (Ration Card) कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका काम आधार से जुड़ा होता है, इसलिए बायोमेट्रिक डेटा के आधार पर राशन की सुविधा कहीं भी पाई जा सकती है. इस योजना के पूरे देश में लागू होने की जानकारी मंगलवार को खाद्य मंत्रालय ने दी.
वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत लाभार्थियों को नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट, 2013 का फायदा दिया जाता है. इस योजना के लाभार्थी देश के किसी भी पॉइंट ऑफ सेल मशीन से जुड़े फेयर प्राइस शॉप पर अपने कोटा का सब्सिडी वाला अनाज ले सकते हैं. इसमें कहीं का राशन कार्ड कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है. बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के आधार पर ग्राहकों को सब्सिडी वाला अनाज दिया जाता है. खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि असम वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू करने वाला 36वां राज्य बन गया है. इसी के साथ पूरे देश में यह योजना अब लागू हो गई है. ओएनओआरसी स्कीम अगस्त 2019 में शुरू की गई थी.
पिछले दो साल में खासकर, कोविड महामारी के दौरान वन नेशन वन राशन कार्ड योजना ने लाभार्थियों को बहुत लाभ पहुंचाया है. राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी के चलते श्रमिक वर्ग अपने काम वाले स्थान पर सब्सिडी वाले राशन पाते हैं. भले ही उनका राशन कार्ड किसी और प्रांत का क्यों न हो. इसी वर्ग को ध्यान में रखते हुए ओएनओआरसी की योजना शुरू की गई थी. श्रमिकों को अपने काम के सिलसिले में अक्सर राज्य बदलना होता है. इससे उनके राशन पर असर न पड़े, सरकार ने यह खास स्कीम शुरू की. ओएनओआरसी में कोई भी व्यक्ति किसी भी राशन दुकान पर जा सकता है, पीओएस मशीन पर आधार से वेरिफाई कर सब्सिडी वाला राशन पा सकता है.
साल 2019 से लेकर अब तक राशन से जुड़े 71 करोड़ पोर्टेबल ट्रांजैक्शन हुए हैं जिनके माध्यम से लोगों को राशन दिया गया है. इससे 40,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी का अनाज वितरित किया गया है. फिलहाल हर महीने तकरीबन 3 करोड़ पोर्टेबल ट्रांजैक्शन हो रहे हैं जिसमें लाभार्थियों को फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत राशन का फायदा दिया जा रहा है. इसी में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ भी मिल रहा है. यह फायदा राशन कार्ड पर कहीं भी लिया जा सकता है.
कितने लोगों को मिला फायदा
कोविड के दौरान अप्रैल 2020 से अभी तक 64 करोड़ पोर्टेबल ट्रांजैक्शन हुए हैं जिसमें 36,000 करोड़ रुपये खाद्य सब्सिडी पर खर्च किए गए हैं. 64 करोड़ ट्रांजैक्शन में 27.8 करोड़ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना के हिस्से में है. यह योजना मार्च 2020 में शुरू की गई थी जिसके तहत खाद्य सुरक्षा कानून के तहत लाभार्थियों को अतिरिक्त अनाज दिया जाता है. यह योजना अब भी चल रही है. कोविड से जूझते लोगों की मदद में केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की थी. सरकार ने ओएनओआरसी प्लान का अधिक फायदा देने के लिए ‘मेरा राशन’ मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है. इस ऐप से लाभार्थियों को राशन के बारे में रियल टाइम सूचना मिलती है. यह ऐप 13 भाषाओं में काम करता है. अभी तक यह ऐप गूल प्लेस्टोर पर 20 लाख बार डाउनलोड किया गया है.