उत्तराखण्ड
विद्यालय में सिर्फ 1 छात्र,,,,,,,
काफलीगैर (बागेश्वर)। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शहरों में पढ़ाने का चलन सरकारी स्कूलों पर भारी पड़ रहा है। तहसील क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में लगातार पांचवें वर्ष भी नया प्रवेश नहीं हुआ। विद्यालय का एकमात्र छात्र पांचवी कक्षा में पहुंच गया है। नए प्रवेश नहीं होने पर विद्यालय बंद होने के पूरे आसार बने हैं।
कठानी गांव से भी सुविधाओं की तलाश में पलायन हो रहा है। गांव में करीब 30 परिवार और 100 से अधिक की आबादी रहती है। बावजूद इसके बच्चे नहीं होने
से गांव का स्कूल ताला लटकने के कगार पर पहुंच गया है।
स्कूल में पढ़ रहे छात्र को पढ़ाने के लिए एक शिक्षक और मध्याह्न भोजन बनाने के लिए भोजनमाता तैनात हैं। विद्यालय में बने आंगनबाड़ी केंद्र में दो बच्चे हैं, जो छह साल पूरे होने पर ही कक्षा एक में प्रवेश नहीं ले सकते हैं।











