उत्तराखण्ड
दीपोत्सव में रहेगा यातायात व्यवस्था में आंशिक परिवर्तन।
रानीखेत। रानीखेत में दीपावली में यातायात व्यवस्था व नगर में फड़ दुकानों को लेकर व्यवस्था के लिए व्यापार मंडल पदाधिकारियों व पुलिस के मध्य बैठक का आयोजन किया गया। रानीखेत में थाना प्रभारी पंकज यादव ने रानीखेत व्यापार मंडल पदाधिकारियों के साथ बैठक करके दीपावली पर्व को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये हैं । बैठक में तय हुआ कि दीपावली सीजन को देखते हुए विगत वर्षों की तरह 2 से 4 अक्टूबर तक सुबह 9 से शाम 6 बजे तक मुख्य बाजार में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। वहीं व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने बाजार भ्रमण कर आवश्यक दिशा—निर्देश भी जारी किये। कोतवाली में आयोजित बैठक में थाना प्रभारी पंकज यादव ने दीपावली पर्व पर शांति व सौहार्द बनाये रखने की अपील की। इस मौके पर व्यापारियों ने कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे। पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस—प्रशासन को तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस मौक पर तय हुआ कि विगत वर्षों की तरह इस साल भी 02, 03 व 04 अक्टूबर को मुख्य बाजार, जैसे गांधी चौक तथा होटल ग्राण्ड के समीप तीन दिन तक सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। विगत वर्षों की भांति गांधी चौक में चेन लगाई जायेगी। अल्मोड़ा से आने वाले वाहनों के लिए होटल ग्रांड में रूट डायवर्ट करने के लिए चेन लगाई जायेगी। इसके साथ ही बम—पटाखे की दुकानें नगर से सुरक्षित हटकर बहुउद्देशीय भवन पार्क में में लगाने के निर्देश दिए गए। थानाध्यक्ष यादव ने नगर के सभी लोगों से सादगी एवं शान्तिपूर्वक दीपावली का त्योहार बनाने की अपील की। इधर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने बाजार क्षेत्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बाहरी क्षेत्रों से आए फड़ व्यापारियों को कहा कि नगर में बड़े व्यवसाय जैसे जैकेट, जींस, बैग अथवा बड़े सामान की फड़ लगाने की उन्हें इजाजत नहीं दे जायेगी। बाहरी क्षेत्र से आने वाले फड़ व्यापारी केवल दिये, माला, बच्चों के खिलौने आदि दीपावली से जुड़े सामानों को बेच सकते हैं। बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष चौधरी, महांमत्री संदीप गोयल, महिला उपाध्यक्ष नेहा माहरा, उपाध्यक्ष दीपक पन्त, कोषाध्यक्ष भुवन पांडे, उपसचिव विनीत चौरसिया, वरिष्ठ व्यापारी अगस्त लाल साह, जगदीश अग्रवाल, उमेश चन्द्र भट्ट, गोविन्द बिष्ट, चरन जायसवाल, मोसिन खान आदि व्यापारी नेता व अन्य व्यापारी मौजूद रहे।