उत्तर प्रदेश
पीजीआई लखनऊ ने प्रतिकूल औषधि प्रतिक्रिया (एडीआर) निगरानी और मानक सावधानियों और असफल आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से रोगी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को किया सुदृढ़
लखनऊ:संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ द्वारा प्रतिकूल औषधि प्रतिक्रिया निगरानी और मानक सावधानियों पर ध्यान करते हुए एक स्थल आधारित ट्रेनिंग आयोजित किया गया ये सत्र 19 जुलाई को किया गया ये पहल अस्पताल प्रशासन विभाग के अंतर्गत कार्यरत हॉस्पिटल इन्फेक्शन कंट्रोल सेल और एडीआर मोनेट्रिंग सेल द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई
SGPGI एक प्रमुख स्वायत्त चिकित्सा संस्थान के रूप में वर्ष 2015 में अपनी फ़ार्माकोविजिलेंस समिति की यह स्थापना की जिसमें संस्थान की आंतरिक प्रणाली को फ़ार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम ऑफ़ इंडिया के दिशा निर्देश के अनुरूप संरेखित किया गया
यह कार्यक्रम डॉक्टर आर के धीमान निदेशक पीजीआई लखनऊ के नेतृत्व में आयोजित किया गया साथ ही प्रोफ़ेसर दवेन्द्र गुप्ता मुख्य चिकित्सा अधीक्षक PGI लखनऊ तथा डॉक्टर आर हर्षवर्धन चिकित्सा अधीक्षक प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष अस्पताल प्रशासन विभाग ADR की मॉनीटरिंग सेल के कार्यक्रम समन्वयक एवं हॉस्पिटल इन्फेक्शन कंट्रोल सेल के सदस्य सचिव PGI लखनऊ द्वारा भी सक्रिय रूप से समर्थन दिया गया
इस सत्र का उद्देश्य बहु विषयी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के समूह जिसमें फ़ैकल्टी सदस्य सीनियर रेजिडेंट्स जूनियर रेजिडेंट्स तथा नर्सिंग स्टाफ़ शामिल थे इन सदस्यों को फ़ार्माकोविजिलेंस के महत्व को ADR की व्यवस्थित रिपोर्टिंग एवं मानक सावधानियों के बारे में ट्रेनड करना एवं संवेदनशील बनाना था इस ट्रेनिंग में मानक सावधानियां जैसे की हाथों की स्वच्छता, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों का उपयोग और श्वसन शिष्टाचार व्यावहारिक समझ और तत्परता बढ़ाने के लिए वास्तविक मामलों पर आधारित चर्चाएँ एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी पूर्ण और रोचक प्रस्तुतियां दी गई
प्रोफ़ेसर डॉक्टर आर हर्षवर्धन ने अपने संबोधन में बोथरा में संस्थान की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि फ़ार्माकोविजिलेंस को सुदृढ़ करने के लिए संरक्षित ट्रेनिंग और संस्थागत सहयोग के माध्यम से पेशेवर ट्रेनिंग एवं रोगी सुरक्षा को प्रोत्साहित किया जाएगा











