उत्तराखण्ड
78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया
नई दिल्ली । 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश को संबोधित किया। इसमें उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य गिनाए। साथ युवाओं, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और वंचितों की समस्याओं को कई बार दोहराया। इस दौरान पीएम मोदी ने पुरानी सरकार के दौरान लोगों द्वारा उठाई समस्याओं का जिक्र किया। पीएम ने प्राकृतिक आपदाओं को लेकर चिंता जाहिर की। साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा और यूसीसी (Uniform Civil Code) पर भी बात रखी। आज वो शुभ घड़ी है, जब हम देश के लिए मर मिटने वाले, देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले, आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी की तख्त पर चढ़कर भारत माता की जय का नारा लगाने वाले अनगिनत वीरों को हम नमन कर रहे हैं।इस वर्ष और पिछले कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ रही है। प्राकृतिक आपदा में अनेक लोगों ने अपने परिवारजन खोए हैं, संपत्ति खोई है। मैं आज उन सब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और विश्वास दिलाता हूं, देश इस संकट की घड़ी में उन सबके साथ खड़ा है।विकसित भारत 1947, ये सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके लिए कठिन परिश्रम चल रहा है। इसके लिए हमने देशवासियों से सुझाव मांगे। हर देशवासी का सपना इसमें झलकता है। मैं समझता हूं, जब देशवासियों की इतनी विशाल सोच हो, उनके इतने बड़े सपने हों, देशवासियों की बातों में जब संकल्प झलकते हों, तब हमारे भीतर एक नया दृढ़ संकल्प बन जाता है, हमारे मन में आत्मविश्वास नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है।