उत्तराखण्ड
अतिक्रमण को लेकर प्रशासन पर जनता की नाराज़गी, जताया विरोध,,,,,,,
हल्द्वानी। देवखड़ी नाले के किनारे निवासरत लोगों के घरों पर प्रशासन द्वारा लगाए निशानों के खिलाफ शनिवार को राजपुरा क्षेत्र में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बड़ी संख्या में मौजूद क्षेत्रीय लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर कड़ा विरोध जताया। लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कहा कि वह पिछले कई वर्षों से अपने घरों में रह रहे हैं, लेकिन अब जिला प्रशासन द्वारा जबरन उनके घरों पर लाल निशान लगाकर उन्हें उजाड़ने की साजिश की जा रही है। लोगों ने प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि अगर यह कार्रवाई नहीं रोकी गई, तो वे अपने आशियानों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे फिर चाहें वह न्यायालय की शरण लेना हो या फिर जमीनी लड़ाई हो।स्थानीय निवासियों ने कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना या पुनर्वास विकल्प दिए बिना इस तरह से निशान लगाना न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी अनुचित है।बैठक के अंत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई वापस नहीं ली तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी और उग्र आंदोलन की राह अपनाई जाएगी।
बैठक में कांग्रेसी नेता ललित जोशी, मनोज कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद कुमार पिन्नू, कांग्रेस जिला महामंत्री मलय बिष्ट, विपिन गुप्ता, अनिल कनौजिया, पार्षद रोहित, पार्षद प्रीति आर्या, पार्षद पुत्र ध्रुव कश्यप सहित अन्य जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग शामिल रहे।











