खेल
श्रीलंका को तहस-नहस कर भारत ने की धमाकेदार जीत दर्ज।
भारत ने श्रीलंका को 55 रन पर ढ़ेर करके विश्व कप इतिहास में अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इंडिया ने दो महीने में दूसरी बार श्रीलंका को तहस-नहस करते हुए धमाकेदार जीत दर्ज की है. वर्ल्ड कप 2023 के अपने सातवें मैच में भारत ने सनसनीखेज तेज गेंदबाजी के दम पर श्रीलंका को 302 रनों से रौंद दिया। इस तरह लगातार सातवें मैच में टीम इंडिया ने जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में शुभमन गिल, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर की जोरदार पारियों से टीम इंडिया ने 357 रनों का बेहतरीन स्कोर बनाया था लेकिन असली कमाल तो तेज गेंदबाजों ने दिखाया. मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह की पेस तिकड़ी ने श्रीलंकाई बैटिंग को ध्वस्त कर दिया और पूरी टीम सिर्फ 55 रन पर निपट गई.
वानखेड़े स्टेडियम में हर किसी को उम्मीद तो यही थी कि बल्लेबाजों का कमाल देखने को मिलेगा. टीम इंडिया से पहले इसी मैदान पर साउथ अफ्रीका ने अपने दो मैचों में 350 से ज्यादा के स्कोर खड़े किये थे. फिर दूसरी टीमों को सस्ते में निपटा दिया था. ऐसे में जब श्रीलंकाई कप्तान कुसल मेंडिस ने टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया तो भारतीय टीम और फैंस जरूर खुश थे लेकिन बाकी सब हैरान थे. आखिर में नतीजा वही हुआ, जो इससे पहले देखने को मिला था. लेकिन हुआ एशिया कप फाइनल वाले अंदाज में, जहां भारतीय पेसरों ने श्रीलंका का खेल खत्म कर दिया था.
इस धमाकेदार जीत से पहले शुरुआत हालांकि टीम इंडिया की अच्छी नहीं रही थी और दूसरी गेंद पर ही कप्तान रोहित शर्मा को बाएं हाथ के तेज गेंदबाज दिलशान मदुशंका ने बोल्ड कर दिया था. यहां से विराट और शुभमन ने पारी को संभाला. दोनों को हालांकि शुरुआत में काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा और एक-एक बार जीवनदान भी मिला. श्रीलंका की गलतियों का फायदा कोहली और गिल ने उठाया. कोहली ने इस वर्ल्ड कप में अपना चौथा और गिल ने दूसरा अर्धशतक जमाया. दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 189 रनों की जबरदस्त साझेदारी की।
हालांकि, दोनों ही बल्लेबाज अपना शतक पूरा नहीं कर सके. एक बार फिर मदुशंका (5/80) ही श्रीलंका के स्टार साबित हुए. इस पेसर ने पहले गिल (92) और फिर कोहली (88) को स्लोअर बॉल में फंसाकर दोनों को पवेलियन लौटाया. केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव जल्दी निपट गए लेकिन लगातार आलोचना झेल रहे श्रेयस अय्यर ने आखिर अपना कहर बरपाया अय्यर ने छक्कों की बारिश कर दी और टूर्नामेंट में अपना दूसरा अर्धशतक लगाया. अय्यर भी हालांकि अपना शतक पूरा नहीं कर सके और सिर्फ 56 गेंदों में 82 रन (6 छक्के, 3 चौके) ठोककर दिये. आखिर में रवींद्र जडेजा ने टीम इंडिया को 357 रन तक पहुंचाया. टीम इंडिया ने इस वर्ल्ड कप में पहली बार 300 रन बनाए।
इसके बाद जो हुआ, वो किसी के लिए हैरानी वाला नहीं था. बुमराह और शमी ने इस वर्ल्ड कप में पहले ही अपना जलवा बिखेर दिया था लेकिन सिराज का कमाल दिखना बाकी था. अपने पसंदीदा विरोधी श्रीलंका के खिलाफ सिराज ने ये कमी भी पूरी कर दी. शुरुआत तो फिर बुमराह ने ही की और पहली ही गेंद पर इन-फॉर्म ओपनर पथुम निसंका को एल बी डब्ल्यू आउट कर दिया. फिर अगले ओवर की पहली गेंद पर सिराज ने दूसरे ओपनर दिमुथ करुणारत्ने को भी पवेलियन लौटा दिया. इसी ओवर में सिराज ने सदीरा समरविक्रमा का विकेट भी हासिल किया और स्कोर 2 रन पर 3 विकेट हो गया. सिराज ने अपने अगले ओवर में फिर से पहली गेंद पर कुसल मेंडिस का विकेट हासिल कर स्कोर 3 रन पर 4 विकेट कर दिया.
यहां से एशिया कप फाइनल की यादें ताजा होने लगी, जब सिराज के 6 विकेटों के दम पर भारत ने श्रीलंका को सिर्फ 50 रनों पर ढेर कर दिया. ये यादें सिर्फ ताजा ही नहीं हुई, बल्कि वानखेडे में इसका एक्शन रिप्ले देखने को मिल गया. बुमराह और सिराज की शुरुआत को शमी ने आगे बढ़ाया. 10वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए शमी ने लगातार 2 गेंदों में 2 विकेट हासिल कर श्रीलंका का खेल खत्म कर दिया था. इसके बाद भी शमी का जलवा जारी रहा और इस वर्ल्ड कप के 3 मैचों में दूसरी बार 5 विकेट लेकर उन्होंने श्रीलंका को ध्वस्त कर दिया. इसके अलावा शमी वर्ल्ड कप इतिहास में भारत के लिए सबसे ज्यादा 45 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए. श्रीलंका ने हालांकि 50 का आंकड़ा पार किया लेकिन पूरी टीम फिर भी 55 रन पर ढेर हो गई। टीम इंडिया ने लगातार चौथी बार वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में क्वालिफाई किया है. इनमें से दो बार तो टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 2011 में उसने खिताब जीता था. अब एक बार फिर टीम इंडिया खिताब जीतने को बेकरार है।