उत्तराखण्ड
देहरादून में बजट सत्र सदन का अपमान है,धोखा है,कहां है राजधानी कहां गया पैकेज–हरीश रावत गैरसैंण के सपने को मारने पर तुली है भाजपा।
हेम कांडपाल
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि भाजपा सरकार ने देहरादून में बजट सत्र करके सदन का तो अपमान किया ही साथ ही उत्तराखंड की जनता के साथ बड़ा धोखा किया है। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैंण (गैरसैंण) राजधानी के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए 2016 में सदन में सर्वसम्मति हर बजट सत्र गैरसैंण में करने का प्रस्ताव पारित हुआ था। परंतु भाजपा ने उस प्रस्ताव की धज्जियां उड़ाकर सदन का अपमान किया है।
रावत गैरसैंण में आयोजित धरने में भाग लेने जा रहे थे। इस दौरान संवाद न्यूज एजेंसी से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के साथ ही पच्चीस हजार करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था, वह सब कहां है न पैकेज दिख रहा है न राजधानी। अब तो गैरसैंण को बजट सत्र से भी वंचित कर दिया गया है । ये सब धोखा है, गैरसैंण राजधानी लोगों का सपना है हम इसे मरने नही देंगे जबकि भाजपा इसे मारने पर तुली है।
कतिपय लोगों के आए दिन के इस सवाल पर कि रावत ने अपने मुख्यमंत्री काल में गैरसैंण को राजधानी क्यों नही बनाया का जवाब देते हुए रावत ने कहा कि इस तरह के सवाल उठाने वाले आसमान पर पुल बांधने वाले लोग हैं। उस समय जिस गैरसैंण के अंदर बीस आदमी नही रह सकते थे वहां राजधानी कैसे संचालित हो जाती । उस समय यदि वे गैरसैंण में राजधानी ले आते तो राजधानी हमेशा के लिए मर जाती लोग हाथ जोड़कर उस स्थान से बाहर करने की बात करते इन्हीं सब समस्याओं के निदान के लिए विधानसभा भवन व विधायक निवास सहित मूलभूत ढांचा तैयार किया गया है। अब जब गैरसैंण में सुविधाओं का विस्तार हो रहा है तो भाजपा गैरसैंण से भाग रही है।