उत्तराखण्ड
कांग्रेस को पड़ा, बॉक्सर का ज़ोरदार मुक्का।
मुक्केबाज विजेंदर सिंह को भला कौन नहीं जानता। ओलंपिक में बॉक्सिंग में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलवाने वाले विजेंद्र सिंह है थे। मुक्केबाजी के अलावा विजेंद्र सिंह ने राजनीति में भी सक्रिय है। हालाकि कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखने वाले विजेंद्र सिंह ठीक लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए हैं। बताते चलें कि मुक्केबाजी में भारत के पहले ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह बुधवार को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने भाजपा में शामिल होते ही पहली प्रक्रिया देते हुए कहा कि मैं देश के विकास के लिए भाजपा में आया हूं। बताते चलें कि साल 2019 में मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन करके राजनीति में कदम रखा था। साल 2019 का चुनाव भी उन्होंने कोंग्रेस के टिकट पर साउथ दिल्ली से लड़ा था। हालाकि उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन जबसे 2024 के चुनाव नज़दीक आने शुरु हुए तबसे विजेंदर सिंह मथुरा से चुनाव लड़ सकते है ऐसी खबरें आ रही थी। विपक्ष के नेता और दक्षिण दिल्ली से पार्टी के उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में विजेंदर सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.विजेंदर सिंह जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिसका हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में सीटों पर राजनीतिक प्रभाव है. बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने भाजपा में शामिल होने पर कहा, “भाजपा में आकर मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं चाहता हूं कि मैं देश के विकास और तरक्की के लिए काम करूं…”बताते चलें कि विजेंदर ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक में मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीता था. उन्होंने कई अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भी देश के लिए पदक जीते हैं. उन्होंने 2006 और 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और 2010 खेलों के संस्करण के साथ-साथ 2009 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक भी जीते.