उत्तराखण्ड
राप्रावि धामदेवल को दूबारा स्वीकृति मिलने में हो रहे विलंब से असमंजस में अभिभाव।कसमायोजन के चलते चार साल पहले हुआ था बंदइस। 12 छात्रों ने लिया है प्रवेश।अभिभावकों ने की जल्द स्वीकृति की मांग।
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। राजकीय प्राथमिक विद्यालय धामदेवल को शासन की दूबारा स्वीकृति मिलने में हो रहे विलंब से अभिभावक असमंजस में हैं। असल में स्कूल में छात्र तो पढ़ रहे हैं परंतु करीब चार साल पहले छात्र संख्या कम होने से स्कूल के छात्रों का दूसरे स्कूल में समायोजन होने के बाद स्कूल बंद हो गया था । इधर अभिभावकों के दबाव के बाद विभाग ने इस सत्र से छात्रों की पढ़ाई तो शुरू कर दी परंतु सरकारी तौर पर स्वीकृति की फाइल शासन में अटके होने से पढ़ने वाले बच्चों को गणवेश आदि संबंधी सरकारी सुविधाएं नही मिल पा रही हैं।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय धामदेवल की स्थापना 1934 में हुई थी। यह स्कूल अपने जमाने के नामी स्कूलों में से था, विद्यालय के पास परिसर व भवन आदि सभी जरूरी ढांचागत सुविधाएं भी हैं। चार साल पहले छात्र संख्या कम होने से स्कूल के बच्चों को राप्रावि कारचूली में समायोजित किया गया था। इस बीच छात्र संख्या बढ़ने के बाद अभिभावकों के आग्रह पर शिक्षा विभाग ने एक अध्यापक की व्यवस्था कर विद्यालय का संचालन तो कर दिया परंतु विद्यालय की स्वीकृति संबंधी फाइल पिछले दो साल से शासन में धूल चाटती रह गई।
शासन की स्वीकृति न मिलने से छात्रों को मुफ्त किताब आदि कई सरकारी सुविधाएं नही मिल रही हैं। विचार विमर्श के बाद स्वीकृति मिलने तक छात्रों का नामांकन कारचूली में कराने का निर्णय लिया गया है। जबकि स्कूल का संचालन धामदेवल में होता रहेगा, इसके बावजूद अभिभावकों की चिंता बनी हुई है।
इन्सेट
लस्वीकृति तक कारचूली में होगा नामांकन, बैठक में लिया निर्णय
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। धामदेवल में ब्लाक प्रमुख किरन बिष्ट की अध्यक्षता व बीईओ डीएल आर्या की मौजूदगी में हुई अभिभावकों की बैठक में आम सहमति से तय हुआ कि जब तक शासन से राप्रावि धामदेवल की स्वीकृति मिलती है तब तक छात्रों का नामांकन रापावि कारचूली में कराया जाए। जिससे छात्रों को सरकार से मिलने वाली मुफ्त् किताबें आदि सुविधाएं मिल सकें। अभिभावकों ने धामदेवल स्कूल की जल्द स्वीकृति की मांग की है l
बैठक में ब्लाक प्रमुख व बीईओ के अलावा शिक्षक प्रदीप खंडूरी, खीमसिंह कैड़ा, नवीन तिवारी, उमा वर्मा, प्रेमराम, हीरासिंह बिष्ट, हरीराम, कृपाल नायक, गणेश नायक, नंदन सिंह, कृष्णानंद खुल्बे, हरीश लाल, हीरा देवी, खीला देवी आदि मौजूद थे।
भेजी गई है फाइल
राप्रावि धामदेवल की स्वीकृति के लिए शासन में फाइल भेजी गई है। छात्र हित में स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था कर पढ़ाई शुरू की गई है। स्वीकृति मिलने तक सभी छात्रों का नामांकन राप्रावि कारचूली में करने का निर्णय सर्व सम्मति से लिया गया है ।
डीएल आर्या
प्रभारी बीईओ
चौखुटिया