उत्तराखण्ड
चारधाम यात्रा के लिए आज रवाना होगा पहला जत्था, ऋषिकेश और हरिद्वार से 40 बसें होंगी रवाना
जब से देश पर कोरोना की मार पड़ी है, तब से देश का कोना-कोना इससे प्रभावित हुआ है। यहां तक कोरोना के इस कहर ने भगवान के मंदिरों को भी नहीं छोड़ा। मगर अब धीरे-धीरे अनलॉक के साथ ही अब नियमों में काफी बदलाव आ रहे हैं। जहां कई महीनों से बंद मंदिर खोले जा रहे हैं, तो वहीं पहले से खुल चुके मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर विचार किया जा रहा है। आपको बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए पहला जत्था आज रवाना होगा। यात्रा का श्रीगणेश कल से होगा। अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही यात्रा शुरू हो जाएगी। कोरोना महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा पूरी क्षमता के साथ संचालित हो रही है। चारधाम यात्रा के लिए सोमवार को ऋषिकेश और हरिद्वार से 40 बसें रवाना होंगी। रोटेशन की कंपनियों ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बसें सात बजे सुबह आईएसबीटी से यमुनोत्री के लिए रवाना होंगी।
चारधाम रोटेशन कंपनी के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि 1200 यात्री चारधाम की यात्रा पर जाएंगे। कुछ बसें ऋषिकेश और कुछ बसें हरिद्वार से रवाना होंगी। राज्य सभा सांसद नरेश बंसल बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पांच मई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा का विधिवत उद्घाटन करेंगे। आपको बता दें कि आगामी तीन मई यानी अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू होगी। जबकि केदारनाथ के कपाट 6 मई और बदरीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे।
चारधाम यात्रा के लिए अब तक लगभग 2.50 लाख तीर्थ यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। चारधाम और यात्रा मार्ग पर आने वाले दो महीने के लिए होटलों में कमरों की बुकिंग फुल है। साथ ही केदारनाथ हेली सेवा के लिए 20 मई तक टिकटों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल विकास निगम के माध्यम से केदारनाथ में टेंट लगाकर एक हजार लोगों के ठहरने की अतिरिक्त व्यवस्था की है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय की है।