उत्तराखण्ड
कुदरत की आफत से सरकारी कहर कम नहीं।
चंद्रशेखर जोशी (वरिष्ठ पत्रकार)
उत्तराखंड में दो दिन के भीतर 50 लोगों की जान जा चुकी है, कई लोग अभी लापता हैं। करोड़ों रुपए से बने दो बड़े पुल ध्वस्त हो चुके हैं, बहुतेरे क्षतिग्रस्त हैं।
तराई से पिथौरागढ़ को अरबों रुपए से बन रही यह आल वैदर रोड चल्थी के पास करीब 4०० मीटर समाप्त हो चुकी है। भारी भरकम जेसीबी और पोकलैंड मशीनों से काटी जा रही पहाड़ियां दरक रही हैं। मलबे से घर-गांव और खेत तबाह हो रहे हैं, सड़कों के आसपास जीवन खतरे में पड़ चुका है। बारिश थमते ही फिर इस मध्य शिवालिक श्रेणी की कच्ची भुरभुरी जमीन धंसती रहेगी और फिर तबाही मचती रहेगी…