हल्द्वानी
“ईजा-बैणी” महोत्सव नहीं राजनीतिक प्रपंच है।
हल्द्वानी-पहाड़ी आर्मी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि धामी सरकार का “ईजा-बैणी” महोत्सव महिला सम्मान के लिए नहीं बल्कि एक राजनीतिक प्रपंच है। इससे महिला सशक्तिकरण की बात करना मातृ शक्ति का अपमान है। क्योंकि एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी उत्तराखण्ड की बैणी “अंकिता भण्डारी” को अभी तक न्याय नहीं मिल सका है। न्याय मिलना तो दूर उसकी हत्या में संलिप्त वीआईपी का नाम तक उजागर करने में धामी सरकार विफल हुई है। तो फिर यह कैसा ईजा-बैंणी महोत्सव? ईजा-बैंणी महोत्सव से महिला सम्मान की बात करना धामी सरकार का पाखंड और छल है। इस सरकार में ईजा-बैणी, युवा ही सबसे ज्यादा प्रताड़ित और शोषित है।