उत्तराखण्ड
जागेश्वरधाम के कपाट खुलने से पुजारियों ने ली राहत की सांस।
01 मार्च यानी मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व है। इस अवसर पर श्रद्धालु जागेश्वर धाम पहुंचकर भगवान भोले नाथ के दर्शन, पूजा-अर्चना व जलाभिषेक कर सकेंगे। बता दे कि पिछले दो वर्षों से कोरोना संक्रमण की वजह से जागेश्वर धाम सहित कई प्रमुख मंदिरों कपाट बंद रहे हैं। अब जागेश्वर के कपाट खुल चुके हैं। अब देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु यहां आकर भगवान शिव के दर्शन व पूजन कर सकेंगे।
जागेश्वरधाम के कपाट खुलने से वहां के स्थानीय पुजारियों ने भी राहत की सांस ली हैं। उनका कहना है कि वह बीते दो वर्षों से बहुत ही कठिन समय गुजार रहे हैं। बीते दों वर्षों से यहां पर श्रद्धालुओं में आना बहुत ही कम रहा है। जिसकी वजह से उनकी रोजी-रोटी पर भी संकट गहरा गया था। लेकिन अब भोलेनाथ की कृपा से जागेश्वर धाम के कपाट खुल चुके हैं। श्रद्धालु यहां पहुंचने लगे हैं। जो कि काफी सुखद है। काफी लंबे समय से पुजारी मंदिर के गर्भगृह को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने की मांग पर मुखर थे। कोरोना के चलते
जागेश्वर, महामृत्युंजय, पुष्टि देवी, केदारनाथ आदि प्रमुख मंदिरों के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इसके चलते दो साल से श्रद्धालु गर्भगृह पहुंचकर शिव का जलाभिषेक नहीं कर पा रहे थे। पुजारियों की ओर से मंदिर के खुले प्रांगण में टेंट लगाकर श्रद्धालुओं के लिए पूजा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान की वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी।











