उत्तराखण्ड
पहाड़ में अधिकांश अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद खाली।
श्रीनगर गढ़वाल – पहाड़ों में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर तो बढ़ रहा पर विशेषज्ञ चिकित्सको का अभाव निरन्तर बना हुआ है। राज्य की हेल्थ लाइफ लाइन राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर, स्थित बेस अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों का पूर्ण अभाव बना हुआ है। यहाँ सरकारी अस्पताल में हृदय रोगियों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। यहां डॉक्टरों के स्वीकृत पदों के सापेक्ष एमबीबीएस डॉक्टरों की पर्याप्त संख्या तो है लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों के अधिकांस पद खाली पड़े हैं। जिस कारण पर्वतीय क्षेत्रों से विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा न होने से मरीजों को इलाज के लिए देहरादून, ऋषिकेश समेत अन्य क्षेत्रों में जाना पड़ता है।
प्रदेश की आबादी सवा करोड़ से अधिक है लेकिन विभिन्न प्रकार की रोगियों की जांच के लिए सरकारी यहाँ अस्पताल में कॉडियोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, गैस्टो-एंटरोलॉजिस्ट, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, जनरल सर्जन, एमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर जैसे महत्वपूर्ण विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। चारधाम यात्रा मार्ग का मुख्य पड़ाव होने के बावजूद भी यहां ऐसे महत्वपूर्ण चिकित्सकों को नियुक्त नही किया गया। इसके लिए सरकार को विशेष प्रयास करने की अधिक जरूरत है। जिससे यहां आम लोगों के साथ-साथ यात्रा काल में यात्रियों को भी अच्छा ईलाज मिल सके।