नैनीताल
चौपाल कार्यक्रम में ग्रामीणों ने सचिव के सामने रखी समस्या।
भीमताल- सचिव मुख्य मंत्री/आवास, वित्त विभाग डॉ. सुरेन्द्र नारायण पाण्डे रामगढ़ के ग्राम पंचायत सतबूंगा के जूनियर हाईस्कूल में आयोजित जन चौपाल कार्यक्रम में पहुंचे। जन चौपाल कार्यक्रम ग्रामीणों ने मुख्य रूप से सड़क, पानी, शिक्षा, बिजली आदि समस्या को सचिव डॉ. सुरेन्द्र नारायण पाण्डे के सामने रखी। सचिव पाण्डे ने समस्याओं का समाधान करते हुए सरकार की योजनाओं को बताया।
- ग्रामीणों की मांग
जन चौपाल कार्यक्रम में ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सतबूंगा की समस्या को बताया। जिसमें ग्रामीणों ने शिक्षक की नियुक्ति और उचित व्यवस्था साथ ही रा. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का उच्चीकरण करने की मांग की। जिस पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ओखलकांडा, धारी और रामगढ़ ब्लॉक में शिक्षकों की संख्या कम है। नियुक्ति होने के बाद इन ब्लॉक में शिक्षकों की नियुक्त किए जाएंगे। कार्यक्रम में ग्रामीणों ने करखोली-पंयाली मोटर मार्ग को दुरुस्त और कपवा- दुत्कानेधार मार्ग को मिलान करने की मांग उठाई।
ग्रामीण जगदीश नयाल ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में कई विद्युत पोल पुराने और कई पोल टूट गए हैं। साथ ही कुछ विद्युत लाइन सेब, आडू, खुमानी आदि फलदार पेड़ से टकरा रहे हैं। जिस कारण सीजन के समय फल तोड़ने में परेशानी का सामना और जान माल का भय भी रहता है।इस दौरान कई इलाकों में वॉल्टेज की समस्या से अवगत कराया।एक्शन एस के सहगल ने कहा कि जल्द ही विभाग की टीम ग्रामीण इलाकों में भेजी जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा।कास्तकारों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि एप्पल मिशन के तहत पहले सरकार 80 प्रतिशत की सब्सिडी देती थी, लेकिन इस वर्ष घटाकर 60 प्रतिशत कर दी।उन्होंने सरकार से एप्पल मिशन के तहत पूर्व की तरह 80 प्रतिशत सब्सिडी देने की मांग की। साथ ही चौपाल में कृषि बीमा, जल जीवन मिशन, पशुपालन आदि पर चर्चा की गयी। सचिव पाण्डे ने सभी सम्बंधित अधिकारियों से वरियता,समन्वय और एक जुट होकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें।कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ सभी वर्ग को मिलना जरुरी है। इस दौरान उन्होंने धावक यशोदा गौड़ को सम्मानित किया। - सचिव पाण्डे का महिलाओं ने किया स्वागत
सतबूंगा, जूनियर हाईस्कूल में आयोजित जन चौपाल कार्यक्रम पहुंचे मुख्यमंत्री सचिव का स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने फूल माला के साथ स्वागत किया। जिसमें साईं समूह, मातृ भूमि समूह, एकता समूह, जगदम्बा समूह की महिलाएं रहीं। - ये रहे मौजूद