उत्तराखण्ड
स्मरणीय रहा बिजनेस उत्तरायणी का रानीखेत अधिवेशन…
पहाड़ों में स्वरोजगार जागृति हेतु महत्वपूर्ण पहल है बिजनेस उत्तरायणी
रानीखेत- 29 अक्टूबर को हिमालयन रिसोर्सेज एन्हांसमेंट सोसाइटी, फ़रीदाबाद के तत्वाधान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत के सभागार में एक-दिवसीय व्यवसायिक जागृति को समर्पित कार्यक्रम बिजनेस उत्तरायणी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर, हल्द्वानी, अल्मोड़ा व रानीखेत के विभिन्न वर्गों के व्यवसायियों / प्रबुद्ध व्यक्तित्वों के साथ-साथ क्षेत्र के कई जागरूक किसानों एवं छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया । कार्यक्रम की अध्यक्षता डिग्री कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉक्टर हेमा प्रसाद जी ने की व कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में करण मेहरा विधायक रानीखेत, मोहन नेगी जिला अध्यक्ष प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, मनीष चौधरी अध्यक्ष व्यापार मंडल रानीखेत, श्री सौरभ जोशी SDO UPCL, विमल सती वरिष्ठ पत्रकार, त्रिभुवन बिष्ट पोखरम संस्थान व क्षेत्र के कई अन्य प्रबुद्ध व्यक्तित्वों की उपस्थिति के साथ हुई ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई । कार्यक्रम अध्यक्षा डॉक्टर हेमा प्रसाद ने डिग्री कॉलेज प्रबंधन और आयोजक मंडल के प्रतिनिधि के रूप में सभी अतिथियों, व्यवसायियों, पत्रकार बन्धुओं, किसानों व छात्रों का स्वागत अपने उद्बोधन के साथ किया ।
प्रथम वक्ता के रूप में स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने इस प्रकार के बिज़नेस सेमिनार के आयोजन और छात्रों / किसानों एवं कुटीर उद्योगों से जुड़े व्यक्तियों हेतु उसके महत्व पर प्रकाश डाला । और विशेष रूप से व्यवसायिक मानसिकता की जागृति हेतु युवाओं को स्वयं पर विश्वास रखने की सबसे पहली सीख दी ।
बिजनेस उत्तरायणी के संयोजक एवं कार्यक्रम संचालक नीरज बवाड़ी ने बिजनेस उत्तरायणी कार्यक्रम के लक्ष्य, अब तक की गतिविधियां एवं भविष्य में चल रही तैयारियों एवं संबंधित विषयों पर विस्तार पूर्वक वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपनी बात रखी
रानीखेत के वरिष्ठ व्यक्तित्व एवं समर्पित स्वरोजगार कर्ता भुवन चंद्र शाह ने चीड़ के बगट पर चल रहे अपने प्रयोगों एवं संबंधित उत्पादों के बारे में बताया और कुछ उत्पादों का प्रस्तुतीकरण भी दिया । चीड़ जोकि माना जाता है कि पहाड़ में अभिशाप है, उसकी मेडिसिनल प्रॉपर्टीज एवं अभिशाप को वरदान कैसे साबित कर सकते हैं पर विस्तृत रूप से अपनी बात रखी ।
विधायक करण मेहरा ने रानीखेत क्षेत्र में इस प्रकार के प्रयास का हृदय से स्वागत किया और भविष्य में बड़े और विस्तृत रूप से इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने का स्वागत योग्य मार्गदर्शन किया । नीति निर्धारकों, सरकारी योजनाओं तथा जमीनी स्तर पर किसानों के बीच में जो सामान्य नहीं बैठ पा रहा है, उस पर भी अपनी बात रखी । और इस संबंध में शीघ्र एक जनजागृति का आवाहन किया, जिसे पार्टी पॉलिटिक्स से हटकर पहाड़ के सर्वांगीण विकास के मॉडल के रूप में किया जाना चाहिए ।
उत्तराखंड और हिमालय के संदर्भ में किसानों द्वारा व्यवसायिक कृषि की मानसिकता को बढ़ावा देने का आवाहन सुप्रसिद्ध जैविक सेब के बगीचे और गिनेस बुक रिकॉर्ड धारी धनिया के पौधे के जनक गोपाल उप्रेती ने अपने शब्दों से किया । उत्तराखंड में मॉडल रूप में विभिन्न स्थानों पर जैविक उद्यान स्थापित करना एवं किसानों को व्यवसायिक कृषि से जोड़ने का प्रयास किया जाए, तो निश्चित ही पहाड़ के पलायन पर रोक लगेगी और संबंधित व्यक्तित्व अच्छा रोजगार खेती एवं बागवानी से कर पाएंगे, ऐसी उम्मीद जाहिर की ।
डीटीडीसी रानीखेत के फ्रेंचाइजी मालिक और युवा उद्यमी साकेत बिष्ट ने अपने विभिन्न प्रयासों एवं प्रयोगों की जानकारी दी तथा साथ ही युवाओं से जागरूक रूप में स्वरोजगार हेतु सोचने तथा समर्पित रूप से प्रयास करने का आवाहन किया ।
कोरोनाकाल में अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी विन्कुलर टेस्टिंग लैब्स के हेड ऑफिस को बेंगलुरु से हल्द्वानी उत्तराखंड में स्थानांतरित करने का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर Professional Reverse Migration करने वाले व्यवसायी बलवीर बोरा जी ने अपने इस कदम के पीछे का रहस्य, पहाड़ में युवाओं से संबंधित संभावनाएं तथा भविष्य में IT व्यवसाय में उत्तराखंड की भूमिका पर विशेष रुप से अपना वक्तव्य रखा ।
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं जीएसटी कंसलटेंट राजेंद्र जयसवाल ने नैतिक व्यवसायिक प्रक्रिया तथा किसानों हेतु भविष्य की संभावनाओं पर अपने विचार रखें ।
आर्मी पब्लिक स्कूल रानीखेत के प्रधानाचार्य कमलेश जोशी ने पहाड़ में युवाओं के भविष्य तथा शिक्षा पद्धति को रोजगार परक बताने पर अपना विचार दिया । तथा विशेष रुप से युवाओं को उद्यम से जुड़ने का आवाहन किया, क्योंकि स्वरोजगार ही भविष्य में पहाड़ को बचा सकता है ।
पिथौरागढ़ के नोएडा निवासी व्यवसायी राजेंद्र प्रसाद जोशी ने पहाड़ों में कृषि हेतु जल संसाधनों के पुनर्जीवन, वर्षा जल के संरक्षण तथा गाढ़ गधेरों से ऊंचाई पर वाटर लिफ्टिंग प्रोजेक्ट्स में अपने कार्यों को किसानों को बताया । सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी विशेष कार्ययोजनाओं से सभी को अवगत करवाया ।
पोखरम इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थसाइंस बगवालीपोखर (द्वाराहाट), के डायरेक्टर त्रिभुवन बिष्ट ने पैरामेडिकल के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं के बारे में बताया। पोखरम द्वारा बगवालीपोखर और हल्द्वानी में पैरामेडिकल स्किल संबंधी कोर्सेज चलाए जाते हैं जिसके बाद बच्चों को ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट की सुविधा दी जाती है। अभी तक 50 से अधिक बच्चों को प्रसिद्ध हॉस्पिटल्स और डायग्नोस्टिक सेंटर्स में प्लेसमेंट दी जा चुकी है।
अल्मोड़ा से विशेष रुप से मशरूम की खेती तथा महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने वाली समर्पित महिला उद्यमी प्रीति भंडारी ने आने वाले समय में महिलाओं की जागरूक भूमिका तथा वर्तमान में उनके द्वारा किए जा रहे हैं अनेकों प्रयासों की जानकारी सभी को दी । तथा मशरूम की खेती को उच्च स्तर पर और सरल तरीके से किए जाने की जो टेकनोलॉजी पर वे काम कर रही है, सबके सम्मुख रखा ।
भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार नितेश राजपूत ने फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने तथा संबंधित आर्थिक संसाधन जुटाने हेतु भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया और संबंधित व्यवसाय से जुड़े कई पहलुओं पर किसानों को विशेष रूप से जानकारी दी ।
गौलापार हल्द्वानी के प्रसिद्ध किसान और समर्पित रूप से कृषि कार्यों में संलग्न श्री नरेंद्र मेहरा जी द्वारा उनके पेटेंटेड नरेंद्र 09 गेहूं के बीज को विकसित करने का कारण और कृषि क्षेत्र में इस बीज से जुड़ी भविष्य की अपार संभावना पर प्रकाश डाला गया । साथ ही न केवल खेतों से कीटनाशक दूर करने पर जोर दिया बल्कि जैविक प्रयोगों से संपूर्ण खाद्य प्रणाली से कीटनाशकों और हानिकारक रसायनों को दूर करने का अपना व्यक्तिगत लक्ष्य समाज को समर्पित किया ।
पिथौरागढ़ पंचेश्वर से पहुंचे प्रसिद्ध च्युरा उत्पादक किसान राजेंद्र सिंह मेहता ने च्युरा वनस्पति घी और अन्य उत्पादों पर चल रहे अपने स्वरोजगार के विषय में सभी को जानकारी दी च्युरा उत्पादों पर अपने पैतृक व्यवसाय को मेहता जी आगे बढ़ा रहे हैं और क्षेत्र के लगभग 4 हजार किसानों के साथ इसे एक राज्य-व्यापी आंदोलन के रूप में प्रसारित करने का करने का अपना लक्ष्य सबके सम्मुख रखा
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग अल्मोड़ा तथा कृषि विभाग अल्मोड़ा द्वारा चयनित 41 किसानों को प्रबुद्ध व्यक्तित्व व्यक्तित्वों के कर कमलों से समिति द्वारा उत्कृष्ट किसान सम्मान 2021 से अलंकृत किया गया । आयोजन में उपस्थित प्रबुद्ध व्यक्तित्व को अवार्ड ऑफ ऑनर एवं सहयोगीयों को अवार्ड ऑफ एप्रीसिएशन से सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम का समापन मोहन नेगी जिला अध्यक्ष प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल अल्मोड़ा द्वारा सबको धन्यवाद प्रेषित कर किया गया और भविष्य में कम से कम 2 दिन के व्यापक आयोजन का आमंत्रण व्यवसायियों को और आयोजकों को रानीखेत व्यवसाय व्यापार मंडल की ओर से दिया गया
आयोजन मंडल में डिग्री कालेज के सम्पूर्ण स्टाफ का सहयोग रहा तथा महेश आर्या , भुवन हराड़ी , चंद्र शेखर मैठाणी , मनीष भैसोड़ा, साकेत बिष्ट व GST Solutions की टीम के साथ NCC Cadets व छात्र संघ के प्रतिनिधियों ने विशेष सहभागिता निभाई।