उत्तराखण्ड
जिला अलमोड़ा के मनबजूना गांव में बाघ का आतंक ग्रामीणों की बकरी और दर्जनों पालतू कुत्तों को बनाया अपना निवाला।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में आए दिन बाघ का हमला आम बात हो चुकी है।
जिला अलमोड़ा के मनबजूना गांव में बाघ का आतंक छाया हुआ है कल शाम 7 बजे करीब इंदर सिंह राणा,टीम मोदी सपोर्टर संघ के जिला महामंत्री (अलमोड़ा) भी बाघ के हमले से बाल–बाल बचे, जब इंदर सिंह राणा अपने घर के आंगन में काम कर रहे थे तब अचानक से बाघ गांव के रास्तों में उगी झाड़ियों से निकलकर उनके बहुत करीब आ पहुंचा उन्होंने एक लकड़ी के सहारे अपनी जान बचाई।
इंदर सिंह राणा द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत कुछ दिनों से बाघ उनके गांव वासियों के पालतू मवेशियों पर अपनी घात लगाए रहता है और मोका पाकर कभी बकरी तो कभी पालतू कुत्तों को उठा ले जाता है
इस बीच ग्रामीणों में भय का माहोल है इंदर सिंह राणा ने वन विभाग से अपने गांव में पिंजरा लगाने की अपील की है
और इंदर सिंह राणा जी ने अपने गांव के रास्तों में उगी झाड़ियों को अपनी पुत्री कोमल राणा (उम्र 12 साल) के साथ मिलकर साफ किया
श्री राणा ने ग्रामीण क्षेत्र की जनता से अपील की है कि वह अपने घरों के आस–पास उगी झाड़ियों को समय समय पर काटने का कष्ट करें क्योंकी बाघ अक्सर इन झाड़ियों में छुपकर घात लगाकर बैठता और हमला करता है