उत्तराखण्ड
पहाड़ की महिलाएं झिझक मिटाकर भरेंगी उम्मीदों की उड़ान एक जनवरी से शुरू करेंगी टिफिन सेवा।
चौखुटिया(अल्मोड़ा)। पहाड़ की महिलाएं अब अपनी झिझक मिटाकर स्वरोजगार के माध्यम से आगे बढ़ने की कोशिश करने लगी हैं। इसी कड़ी में महिला ग्रामोद्योग विकास समिति से जुड़ी महिलाएं आगामी एक जनवरी से टिफिन सेवा शुरू कर रही हैं। महिलाओं ने इसे उम्मीदों की उड़ान नाम दिया है। समिति ने इसके अलावा सिलाई कढ़ाई केंद्र, फैमली रेस्टोरेंट व मसाला उद्योग लगाने की रणनीति भी बनाई है। परंतु सरकारी स्तर पर कागजों की औपचारिकता के चलते फिलहाल महिलाओं ने अपने सीमित संसाधनों से कार्य का बीड़ा स्वयं उठाया है।
नगर पंचायत व उसके निकटवर्ती क्षेत्र की महिलाओं ने अपने पैरों खड़े होने के लिए कमर कस ली है। महिलाओं ने महिला ग्रामोद्योग विकास समिति के बैनर तले स्वरोजगार की दिशा में टिफिन सेवा के माध्यम से नया कदम बढ़ाया है। टिफिन में सातों दिन अलग अलग तरह के व्यंजन परोसे जाऐंगे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हप्ते में तीन दिन स्थानीय उत्पाद भटट् की चूड़कांणी, डूबके, बड़ी व मडूवे की रोटी आदि का स्वाद भी चखाया जाएगा। समिति को इसके लिए सरकार से किसी तरह सहयोग नही मिला है। समूह में फिलहाल दस महिलाएं जुड़ी हैं। सनसाधनों व दोपहिया वाहन की कमी के चलते प्रथम चरण में टिफिन सेवा चौखुटिया नगर के निकटवर्ती क्षेत्र में शुरू की जाएगी। शहर के निकट महिलाएं खुद घर घर जाकर टिफिन पहुंचाऐंगी जबकि एक किमी से ज्यादा दूर के दायरे वाले लोगों को निर्धारित स्थान से खुद टिफिन उठाना होगा। शुरूआती दौर में समिति की अध्यक्ष अनीता गोस्वामी साथी महिलाओं के साथ मिलकर अपनी रसोई में खाना बनाऐंगी बाद में काम बढ़ने पर अलग से रसोई बनाई जाएगी।
इन्सेट
*स्कूल, कालेज व कार्यालयों में किया जनसंपर्क*
चौखुटिया। महिलाओं ने टिफिन सेवा में सहयोग के लिए स्कूल, कालेज व कार्यालयों में जनसंपर्क भी शुरू किया है। महिलाओं ने तहसील कार्यालय में तहसीलदार विवेक राजौरी से मिलकर उन्हें अपनी कार्ययोजना से अवगत कराया। तहसीलदार ने महिलाओं की टिफिन सेवा को आने वाले समय के लिए उपयोगी बताते हुए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। महिलाओं ने बाद में ब्लाक कार्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय महाविद्यालय, जीजीआईसी, उद्यान व जल संस्थान कार्यालय आदि में शिक्षक, कर्मचारियों से मुलाकात की। महिलाओं को सभी स्थानों से पूर्ण सहयोग का भरोसा मिला है। भ्रमण में अनीता गोस्वामी के अलावा ललिता मंमगाई, पूजा कन्याल व एनके जोशी आदि शामिल थे। महिलाएं आगामी एक जनवरी से टिफिन सेवा की शुरूआत करेंगी। महिलाओं ने प्रत्येक माह का शुल्क 3800 रूपया रखा है जिसमें दो बार के खाने को घर-घर पहुंचाया जाएगा।
*दो दर्जन महिलाओं को बनाऐंगे आत्मनिर्भर*
महिला समूह की अध्यक्ष अनीता गोस्वामी का कहना है कि पहाड़ की महिलाएं कई तरह की चुनौतियों से जूझने के साथ ही रोजगार को लेकर परेशान हैं। सरकारी मदद में कई तरह की खानापूरी व कागजों का पेट भरने में ही समय बर्बाद हो जाता है। इसलिए यह विचार आया कि जरूरतमंद महिलाओं को लेकर कुछ किया जाए। पहाड़ में टिफिन् सेवा कहीं नही है। हमारा लक्ष्य कमसे कम दो दर्जन महिलाओं को आत्मनिर्भन बनाने का है। इसी कड़ी में हमने टिफिन सेवा के माध्यम से शुरूआत की है। इसके साथ साथ हम महिला सिलाई केंद्रों का जाल बिछाएंगे इसके लिए भी हमने तैयारी शुरू की है। मसाला भी बेचना शुरू किया है। हमने अपने अभियान को उम्मीदों की उड़ान नाम दिया है। पहाड़ की महिलाओं की झिझक मिटाकर उन्हें हर हाल में आगे बढ़ाने का हमारा संकल्प जरूर पूरा होगा। हम महिलाओं के साथ होने वाले हर तरह के अत्याचार व शोषण के खिलाफ भी लडेंगे। अपने कार्य के माध्यम से यह संदेश भी देंगे कि सिर्फ सरकार की मदद के भरोसे रहने से कुछ हासिल नही होगा।
*हर स्तर पर मिल रही मदद*
महिलाओं की टिफिन सेवा को हर स्तर पर मदद को लोग आगे आ रहे हैं। शिव पार्वती बैंकेट हाल की ओर से महिलाओं की बैठकों आदि गतिविधियों के लिए एक साल तक हॉल निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा समाज सेवा डॉ.कुलदीप बिष्ट, नृपेंद्र जोशी, लीला जोशी, नीतू कांडपाल, पवन तिवारी, बृजमोहन जोशी, डा. मदन चौधरी व राजेश चौधरी आदि द्वारा भी अभियान में मदद की जा रही है।