उत्तराखण्ड
कुमाऊँ की ये दो सीट है सुरक्षित मुख्यमंत्री के लिए।
देहरादून: पुष्कर सिंह धामी के शपथ लेने के बाद अब उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने के लिए 6 माह के भीतर उपचुनाव जीतना होगा। अब बड़ा सवाल ये है कि वह किस सीट से उपचुनाव लड़ेंगे। हालांकि भाजपा के कई ऐसे विधायक हैं जो पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी विस सीट छोड़ने को तैयार है। हालांकि कयास ये लगाए जा रहे है कि मुख्यमंत्री कालाढूंगी या (डीडीहाट) से उपचुनाव लड़ सकते हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री धामी खटीमा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी से उपचुनाव हार चुके हैं। ऐसे में पार्टी उनके लिए किसी सुरक्षित सीट को खाली कराकर उपचुनाव लड़ाएगी। ऐसे उत्तराखंड के पांच विधायक है, जिन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने का एलान किया है।
अटकलें लगाई जा रही हैं कि धामी को कालाढूंगी या फिर डीडीहाट सीट पर उम्मीदार बनाया जा सकता है। परंपरागत रूप से इन सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा है। साथ ही पुष्कर सिंह धामी का पैतृक क्षेत्र भी है। कालाढूंगी सीट की बात करें तो पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता बंशीधर भगत कालाढूंगी से विस चुनाव जीतकर कांग्रेस के प्रत्याशी महेश शर्मा को 23869 वोटों से हराया है। उनकी कुमाऊं की ये सबसे बड़ी जीत रही। इसलिए चर्चा है कि धामी इस सीट पर भी चुनाव लड़ सकते हैं।