धर्म-संस्कृति
“अधर्म पर हुई धर्म की विजय“भगवान श्री राम ने किया दशानन रावण का अंत ।
अल्मोड़ा-श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोडा की दशम दिवस की रामलीला में रावण-कुम्भकर्ण संवाद,कुम्भकर्ण वध,मेघनाद-लक्ष्मण संवाद,मेघनाद वध,रावण विलाप,सुलोचना सती,रावण-अहिरावण संवाद, हनुमान -मकरध्वज संवाद, अहिरावण वध,राम-रावण युद्ध,रावण वध आदि मुख्य आकर्षण रहे । देर रात्रि तक दर्शक दीर्धा में उपस्थित दर्शकों ने लीला का आनन्द लिया व कलाकारों का उत्साहवर्धन किया ।
दशम दिवस की लीला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एस.एस.कपकोटी एवं भास्कर जोशी वरिष्ठ रंगकर्मी तथा भूपेंद्र बिष्ट सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया । मुख्य अतिथियों ने अपने सम्बोधन में कहा कि रामलीला समिति के संरक्षक/संयोजक बिट्टू कर्नाटक ने अथक प्रयासों से यहां की रामलीला मंचन को उच्च मुकान दिलवाया जिसके फलस्वरूप कर्नाटक खोला की रामलीला अल्मोडा की उत्कृष्ठ रामलीला होने के साथ ही भव्य मंच के लिये जानी जाती है ।
राम की पात्र रश्मि काण्डपाल,लक्ष्मण-दीक्षा कनार्टक,हनुमान-अनिल रावत,रावण-पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक,कुम्भकर्ण-दीपक कर्नाटक,मन्दोदरी-नेहा जोशी,सुलोचना-कशिश रावत,मेघनाद-डा.करन कर्नाटक, अहिरावण -अखिलेश थापा, मकरध्वज – हर्षित आगरी आदि ने जीवन्त अभिनय किया । रावण-कुम्भकर्ण ,मेघनाद-लक्ष्मण, रावण-अहिरावण संवाद तथा सुलोचना विलाप दशम दिवस की रामलीला के मुख्य आकर्षण रहे ।
इस अवसर पर डा.गिरीश चन्द्र जोशी,गौरव काण्डपाल, योगेश जोशी, मनीष तिवारी,त्रिभुवन अधिकारी ,भुबन चन्द्र पाण्डे , भुबन चन्द्र कर्नाटक, जगदीश चन्द्र तिवारी , सुरेश कुमार, कमलेश कर्नाटक,रजनीश कर्नाटक, प्रयाग दत्त जोशी,रवि रौतेला ,विद्या कर्नाटक, सीमा कर्नाटक ,बन्दना जोशी, आशा मेहता , कविता पाण्डे, कंचन पाण्डे,रेखा जोशी ,सुनीता बगडवाल , देवेन्द्र कर्नाटक,हेम जोशी,पूरन चन्द्र तिवारी,तनोज कर्नाटक, दिनेश मठपाल, प्रकाश मेहता , ललित बिष्ट, कपिल नयाल, कौशल किशोर पाण्डे,आयुष मेहता , सुनीता पालीवाल ,सीता रावत आदि सहित भारी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन गितांजलि पाण्डे द्वारा किया गया।