उत्तराखण्ड
बाईस साल बाद घर लौटा बेटा तो भाव विभोर हो गई मां। कलेजे के टुकड़े को दुलारती, निहारती पूछती रही कुशलक्षेम।
हेम कांडपाल
चौखुटिया(अल्मोड़ा)। कलेजे के टुकड़े का सालों से इंतजार करती मां की पथराई आंखें एकाएक चमक उठी, पहले विश्वास नही हुआ पर सामने देखा तो लाडले से लिपट गई l बाईस साल से लापता तहसील अंतर्गत तल्ला गेवाड़ के ग्राम पंचायत नौगांव निवासी एक युवक सोमवार को अपने गांव लौट आया है। उसे खोजने और फिर घर पहुंचाने में मुंबई की श्रृद्वा संस्था का बड़ा योगदान रहा। बेटे को देख मां भाव विभोर हो गई। युवक के सखा सांथी भी काफी खुश हो गए।
बाईस साल पहले मुंम्बई से घर आते समय रास्ते में लापता हुए तल्ला गेवाड़ के मासी के निकट ग्राम पंचायत नौगांव निवासी स्व.ख्यालीराम गौड़ का बेटा रमेश उर्फ राजू सोमवार को बंबई की श्रद्वा संस्था की मदद से घर पहुंच गया है। युवक के घर पहुंचते ही उसकी मां गंगा देवी उससे लिपट गई। बेटे को दुलारते हुए मां बेटे से पूछती रही कि वह इतने साल कहां रहा। बेटा मां की बात सुनकर खामौश रहा।
मुंबई में रहने वाले युवक के भाई भुवन चंद्र गौड़ (पप्पू ) ने बताया कि राजू करीब बीस साल पहले मानसिक रूप से परेशान था इधर उधर घुमते रहता था काफी उपचार कराने के बाद मामूली लाभ हुआ तो परिवार के लोगों ने किसी परिचित के साथ ट्रेन में बैठाकर घर को रवाना कर दिया। परंतु राजू अपना बैग लेकर रास्ते में ही कहीं उतर गया। उस समय राजू की उम्र बीस साल थी। तब से बाईस साल गुजर गए परंतु उसका कहीं कोई सुराग नही लग पाया।
बताया कि राजू के मुंबई में मिलने की सूचना के बाद उन्होंने श्रद्वा संस्था से संपर्क किया। संस्था के लोगों द्वारा उन्हें बताया गया कि राजू राजस्थान के भरतपुर व बाद में जोधपुर में घुमता मिला था । जिसे उनकी संस्था से जुड़े लोगों ने मुंबई
पहुंचाया । उन्होंने बताया कि राजू अभी मामूली बातचीत ही कर है।
इधर राजू के घर पहुंचने पर मां काफी खुश है। गांव में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। परिजनों के साथ ही ग्राम प्रधान सूरज गौड़, पूरन चंद्र गौड़ व मोहन चंद्र गौड़ आदि ग्रामीणों ने श्रद्वा संस्था का आभार जताते हुए खुशी व्यक्त की है।